Pitru Paksha 2025: गयाजी में श्राद्ध करने वालों के लिए कहां फ्री ठहराव ? जानिए पूरी जानकारी

Edited By Updated: 07 Sep, 2025 08:03 AM

pitru paksha 2025

Pitru Paksha 2025: गया में 6 सितंबर से शुरू हो रहे पवित्र पितृपक्ष महापर्व के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इस बार देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जो अपने पूर्वजों के पिंडदान और तर्पण के लिए मोक्षधाम गया पहुंचेंगे।

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Pitru Paksha 2025: गया में 6 सितंबर से शुरू हो रहे पवित्र पितृपक्ष महापर्व के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। इस बार देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जो अपने पूर्वजों के पिंडदान और तर्पण के लिए मोक्षधाम गया पहुंचेंगे। बिहार सरकार ने मेले को लेकर व्यवस्थाओं को इस बार और अधिक सुदृढ़ बनाया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

55 वेदियां और 9 तर्पण स्थल किए गए चिन्हित

पितृपक्ष की हर तिथि का विशेष धार्मिक महत्व होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए गया में कुल 55 पिंडदान वेदियाँ तैयार की गई हैं, जिनमें से 45 गया शहर में, जबकि एक पटना जिले के पुनपुन क्षेत्र में स्थित है। इसके अलावा गया में 9 तर्पण स्थल, प्रमुख सरोवर और घाटों को विशेष रूप से सजाया गया है। इनमें ब्रह्म सरोवर, प्रेतशिला, रामशिला, वैतरणी, सूर्यकुंड और गोदावरी आदि प्रमुख हैं।

श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त ठहराव की सुविधा
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 64 सरकारी आवास स्थलों पर लगभग 18,000 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। साथ ही, गांधी मैदान में 2500 तीर्थयात्रियों की क्षमता वाला टेंट सिटी भी तैयार किया गया है।

इन स्थानों पर शौचालय, स्नानागार, पेयजल, रौशनी, सुरक्षा, खानपान की सामग्री, और गंगाजल की आपूर्ति की समुचित व्यवस्था की गई है।

महाकुंभ की तर्ज पर होगी सफाई व्यवस्था
गया शहर को चार जोन और 54 सेक्टरों में बांटकर 30,000 से अधिक सफाईकर्मियों को अलग-अलग शिफ्टों में लगाया गया है। फल्गु नदी की सफाई के लिए ट्रैश क्लीनिंग बोट का उपयोग किया जा रहा है। सभी घाट, तालाब, वेदियां और मंदिर विशेष साफ-सफाई अभियान के तहत शामिल हैं।

स्वास्थ्य सेवाएं रहेंगी चाक-चौबंद
मेले के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 70 स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं, जिनमें 125 डॉक्टर और 178 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे।

मगध मेडिकल कॉलेज: 100 बेड, सदर अस्पताल गया: 125 बेड, प्रभावती अस्पताल: 10 बेड, जेपी अस्पताल: 5 बेड, एम्स गया: 5 बेड, इसके अलावा 12 एंबुलेंस, 2 शव वाहन और 5 मोबाइल मेडिकल टीमें भी स्टैंडबाय रहेंगी।

पेयजल और स्वच्छता का विशेष ध्यान

श्रद्धालुओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए:

299 हैंडपंप, 43 प्याऊ, 620 नल, 20 पानी के टैंकर और 4 वाटर एटीएम लगाए गए हैं। साथ ही, 94 स्थानों पर 633 शौचालयों की मरम्मत की गई है। 240 अस्थायी शौचालय और 131 स्नानागार भी बनाए गए हैं।

सुरक्षा और तकनीक का सामंजस्य
रात में प्रकाश के लिए मेला क्षेत्र में 49 हाईमास्ट लाइट, 34 मिनी हाईमास्ट, 3500 स्ट्रीट लाइट और 7500 तिरंगा रोप लाइट लगाई गई हैं। सुरक्षा बलों के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।

डिजिटल जानकारी के लिए:

आधिकारिक वेबसाइट: www.pinddaangaya.bihar.gov.in

मोबाइल ऐप: पिंडदान गया, जिसमें सभी जरूरी जानकारियां जैसे वेदियां आवास स्थल, स्वास्थ्य शिविर, बस स्टैंड, एटीएम, पुलिस सहायता केंद्र आदि शामिल हैं।

श्रद्धालुओं के स्वागत में तैयार है गया
गया जिला प्रशासन और बिहार सरकार के समन्वय से यह आयोजन परंपरा और प्रबंधन का एक आदर्श उदाहरण बनता जा रहा है। यदि आप भी अपने पितरों की मुक्ति के लिए गया आने की योजना बना रहे हैं, तो इस बार की सुविधाएं और व्यवस्थाएं आपके स्वागत के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
 

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