Rama Ekadashi: संसार के सभी सुख भोगने हैं तो इस विधि से करें रमा एकादशी व्रत

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Nov, 2023 08:21 AM

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हिंदू पंचांग में कुल 24 एकादशी मानी गई हैं। इन सभी को अलग-अलग नाम दिए गए हैं। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों में इसका विशेष महात्म्य बताया गया है।

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Rama Ekadashi 2023: हिंदू पंचांग में कुल 24 एकादशी मानी गई हैं। इन सभी को अलग-अलग नाम दिए गए हैं। कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को रमा एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों में इसका विशेष महात्म्य बताया गया है। रमा एकादशी के व्रत से ब्रह्महत्या जैसे पाप भी नष्ट हो जाते हैं और बैकुंठ में स्थान प्राप्त होता है।

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When is Rama Ekadashi fast कब है रमा एकादशी व्रत
पंचांग के अनुसार इस बार एकादशी तिथि का आरंभ 8 नवंबर 2023 को सुबह 83 बजे होगा तथा इसका समापन अगले दिन 9 नवंबर 2023 को सुबह 10.41 बजे होगा। हिंदू धर्म में उदय तिथी की मान्यता होने के कारण रमा एकादशी का व्रत भी 9 नवंबर को रखा जाएगा। व्रत का पारण अगले दिन 10 नवंबर को सुबह 6.39 बजे से 8.50 बजे तक किया जा सकेगा।

Fast on Rama Ekadashi like this रमा एकादशी पर ऐसे करें व्रत
इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी सहित भगवान विष्णु की पूजा करें। उन्हें धूप, दीप, पुष्प, माला, भोग नैवेद्य आदि अर्पित करें। उनके व्रत का संकल्प करें। दिन में व्रत करें तथा एक समय फलाहार का सेवन करें।

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Do these things on Rama Ekadashi रमा एकादशी पर करें ये कार्य
इस दिन यथासंभव दान-पुण्य भी करना चाहिए। यदि अधिक संभव न हो तो किसी एक भिखारी अथवा पशु को भोजन कराएं। यह भी संभव नहीं तो चींटियों के बिल पर थोड़ा चीनी मिला आटा डालें। पक्षियों को दाने चुगने के लिए दें। कोई रोगी हो तो उसे दवाई आदि दान करें। इसके साथ ही अपने गुरु द्वारा दिए गए मंत्र या अपनी आस्था अनुरूप भगवान विष्णु के किसी भी मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें।

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All wishes are fulfilled on Rama Ekadashi रमा एकादशी से पूर्ण होती हैं सभी मनोकामनाएं
शास्त्रों में कहा गया है कि रमा एकादशी के व्रत से भक्तों के ब्रह्महत्या जैसे पाप भी नष्ट हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। वे इस जीवन में संसार के समस्त सुख भोगने के बाद अंत में मृत्यु पश्चात बैकुंठ धाम जाते हैं।

आचार्य हिमानी शास्त्री
ज्योतिष एवं वैदिक देवस्थापति
dr.himanij@gmail.com

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