Edited By Sarita Thapa,Updated: 04 Nov, 2025 11:13 AM

सनातन धर्म में वृश्चिक संक्रांति का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्व रखता है। जब सूर्य तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में परिवर्तन करते हैं, तो उस दिन को वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है।
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Vrishchik Sankranti Daan: सनातन धर्म में वृश्चिक संक्रांति का दिन धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्व रखता है। जब सूर्य तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में परिवर्तन करते हैं, तो उस दिन को वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है। पंचांग के अनुसार, इस साल वृश्चिक संक्रांति 16 नवंबर शनिवार को है। यह समय न केवल व्रत, पूजा और ध्यान के लिए शुभ माना जाता है, बल्कि दान और सेवा करने का भी सर्वोत्तम अवसर होता है। माना जाता है कि इस दिन किए गए दान से व्यक्ति के जीवन में समृद्धि, खुशहाली और भाग्य की वृद्धि होती है। तो आइए जानते हैं कि इस दिन कौन सी चीजों का दान करना चाहिए।

अनाज और अन्न सामग्री का दान
वृश्चिक संक्रांति के दिन चावल, गेहूं, दालें और अन्य अनाज का दान करने से अन्न-संपत्ति बढ़ती है। जरूरतमंदों को भोजन देने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में खुशहाली आती है।
वस्त्र और कपड़े का दान
वृश्चिक संक्रांति के दिन पुराने कपड़े, बच्चों के पहनावे या जरूरतमंदों के लिए कपड़े दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। यह समाज में मदद के साथ-साथ आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है। साथ ही ऐसा करने से घर-परिवार में खुशहाली बनी रहती है।

धन का दान
मंदिर, आश्रम या धर्मार्थ संस्थानों में धन का दान करना इस दिन विशेष रूप से फलदायक होता है। यह कर्म आर्थिक स्थिरता और भाग्य की वृद्धि का मार्ग खोलता है। साथ ही जीवन में चल रही पैसों संबंधी समस्या को दूर करता है।
लाल रंग के फल और मिठाइयां दान करें
वृश्चिक संक्रांति के दिन लाल रंग के फल और मिठाइयां गरीबों या किसी धार्मिक आयोजन में वितरित करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसे विशेष अवसरों पर दान करने से जीवन में सुख और समृद्धि आती है और जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है।
