Edited By Tanuja,Updated: 27 Dec, 2025 05:32 PM

पाकिस्तान में आर्थिक बदहाली, राजनीतिक अस्थिरता और कमजोर शासन के कारण डॉक्टर, इंजीनियर और अकाउंटेंट बड़ी संख्या में देश छोड़ रहे हैं। सरकारी आंकड़े ब्रेन ड्रेन की पुष्टि करते हैं, जबकि सेना प्रमुख आसिम मुनीर का इसे ‘ब्रेन गेन’ बताने वाला दावा सोशल...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान इस समय गंभीर ब्रेन ड्रेन संकट से गुजर रहा है। खराब अर्थव्यवस्था, बढ़ती महंगाई, राजनीतिक अस्थिरता और कमजोर शासन व्यवस्था के चलते देश के सबसे कुशल पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर और अकाउंटेंट तेजी से विदेश पलायन कर रहे हैं। पाकिस्तान के ब्यूरो ऑफ एमिग्रेशन एंड ओवरसीज एम्प्लॉयमेंट के आधिकारिक आंकड़ों (2024–25) के अनुसार, बीते दो वर्षों में लगभग 5,000 डॉक्टर, 11,000 इंजीनियर और 13,000 अकाउंटेंट देश छोड़ चुके हैं। सबसे अधिक असर नर्सिंग सेक्टर पर पड़ा है, जहां बड़ी संख्या में नर्सें बेहतर अवसरों की तलाश में विदेश जा रही हैं।
आंकड़े बताते हैं कि 2024 में 7.27 लाख से अधिक पाकिस्तानियों ने विदेश में नौकरी के लिए पंजीकरण कराया, जबकि नवंबर 2025 तक करीब 6.87 लाख लोग देश छोड़ चुके थे। पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान से बाहर जाने वालों की कुल संख्या 15 लाख से अधिक हो चुकी है। डिजिटल मोर्चे पर भी पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में इंटरनेट शटडाउन के कारण पाकिस्तान को करीब 1.62 अरब डॉलर का नुकसान हुआ। इसके चलते 23.7 लाख फ्रीलांस नौकरियां खतरे में पड़ीं और फ्रीलांस रोजगार में लगभग 70% की गिरावट दर्ज की गई। पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने देश को “ब्रेन ड्रेन इकॉनमी” करार देते हुए कहा है कि पाकिस्तान अपने भविष्य के निर्माण के लिए जरूरी मानव संसाधन को ही निर्यात कर रहा है।
इन हालात के बीच सेना प्रमुख आसिम मुनीर का वह बयान विवादों में है, जिसमें उन्होंने विदेश में बसे पाकिस्तानियों को ‘ब्रेन गेन’ बताया था। सोशल मीडिया पर लोग इस बयान का मज़ाक उड़ा रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि जब हजारों उच्च-शिक्षित पेशेवर देश छोड़ रहे हैं, तो इसे ब्रेन गेन कैसे कहा जा सकता है? विशेषज्ञों का मानना है कि महंगाई, कमजोर अर्थव्यवस्था, राजनीतिक अनिश्चितता, खराब गवर्नेंस और सीमित करियर विकल्प पाकिस्तानियों को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं और अगर हालात नहीं बदले, तो यह संकट और गहराएगा।