Edited By Tanuja,Updated: 20 Sep, 2025 12:34 PM

टेनेसी (अमेरिका) के हार्ट्सविले शहर में ऊर्जा इतिहास से जुड़ा एक बड़ा अध्याय 18 सितंबर 2025 को समाप्त हो गया। टेनेसी वैली अथॉरिटी (TVA) ने 540 फीट ऊँचे न्यूक्लियर...
International Desk: टेनेसी (अमेरिका) के हार्ट्सविले शहर में ऊर्जा इतिहास से जुड़ा एक बड़ा अध्याय 18 सितंबर 2025 को समाप्त हो गया। टेनेसी वैली अथॉरिटी (TVA) ने 540 फीट ऊँचे न्यूक्लियर कूलिंग टॉवर को सुरक्षित तरीके से नियंत्रित विस्फोट (कंट्रोल्ड इम्प्लोजन) के ज़रिए ध्वस्त कर दिया। यह टॉवर 1970 के दशक में उस परमाणु ऊर्जा संयंत्र का हिस्सा था, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु बिजलीघर बनाने की योजना बनाई गई थी।
क्यों रुकी थी यह परियोजना?
हार्ट्सविले न्यूक्लियर पावर प्लांट की नींव 1970 के दशक में रखी गई थी। उस समय योजना थी कि यहाँ चार यूनिट वाले एक विशाल परमाणु संयंत्र का निर्माण होगा। लेकिन जैसे-जैसे निर्माण आगे बढ़ा, अमेरिका में आर्थिक परिस्थितियों, ऊर्जा बाज़ार की ज़रूरतों और नियामक (रेगुलेटरी) चुनौतियों की वजह से यह परियोजना अधर में लटक गई। अंततः इसे रद्द कर दिया गया। यह घटना न केवल अमेरिका की ऊर्जा योजनाओं के इतिहास को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि बदलती आर्थिक और तकनीकी परिस्थितियों में ऊर्जा क्षेत्र में बड़े फैसले किस तरह रूपांतरित हो जाते हैं।
क्या होगा इस जगह का?
वर्तमान में इस क्षेत्र में एक करेक्शनल सेंटर (सुधारगृह) और औद्योगिक पार्क मौजूद है। TVA का कहना है कि टॉवर को हटाने के बाद ज़मीन का इस्तेमाल आधुनिक ऊर्जा परियोजनाओं के लिए किया जा सकता है। यानी भविष्य में यहां स्वच्छ ऊर्जा या अन्य औद्योगिक विकास कार्य शुरू होने की संभावना है।यह कूलिंग टॉवर दशकों तक हार्ट्सविले इलाके की पहचान रहा। लोगों के लिए यह अधूरी महत्वाकांक्षाओं और बदली हुई ऊर्जा नीतियों का प्रतीक बन गया था। इसके गिरने के साथ ही एक ऐसा अध्याय खत्म हुआ, जिसने कभी दुनिया के सबसे बड़े न्यूक्लियर प्रोजेक्ट की उम्मीदें जगाई थीं।