Edited By Parveen Kumar,Updated: 11 Nov, 2025 10:00 PM

दक्षिण-पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत में मंगलवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। आबा तिब्बती और कियु तुजिया स्वायत्त प्रीफेक्चर स्थित शुआंगजियांगकौ जलविद्युत स्टेशन पर बना होंगकी पुल अचानक ढह गया। हैरानी की बात यह है कि यह पुल सिर्फ चार महीने पहले ही जनता के...
नेशनल डेस्क: दक्षिण-पश्चिम चीन के सिचुआन प्रांत में मंगलवार दोपहर एक बड़ा हादसा हुआ। आबा तिब्बती और कियु तुजिया स्वायत्त प्रीफेक्चर स्थित शुआंगजियांगकौ जलविद्युत स्टेशन पर बना होंगकी पुल अचानक ढह गया। हैरानी की बात यह है कि यह पुल सिर्फ चार महीने पहले ही जनता के लिए खोला गया था। पुल के गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे चीन की तेजी से बढ़ती इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
दरारों ने दी थी खतरे की चेतावनी
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, पुल के एप्रोच ब्रिज और रोड बेड में पहले से ही दरारें दिखाई देने लगी थीं। इसी कारण प्रशासन ने पुल पर यातायात को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था। लेकिन भारी बारिश और पहाड़ी क्षेत्र में हुए भूस्खलन ने हालात बिगाड़ दिए। दोपहर करीब 2 बजे अचानक पुल का एक बड़ा हिस्सा नदी में गिर गया। सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि पुल पहले से बंद था।
JUST IN: 🇨🇳 Hongqi bridge collapses in southwest China, months after opening. pic.twitter.com/EK3YcWEjUy
— BRICS News (@BRICSinfo) November 11, 2025
भूस्खलन और बारिश ने बढ़ाई मुश्किलें
758 मीटर लंबा यह पुल शुआंगजियांगकौ जलविद्युत परियोजना के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने के लिए बनाया गया था। घटना के बाद आपदा प्रबंधन विभाग ने तुरंत राहत दल तैनात किया, लेकिन लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन ने बचाव कार्य को कठिन बना दिया। चीनी राज्य मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने बताया कि यह हादसा हाल के दिनों में क्षेत्र में हो रही अत्यधिक वर्षा और जलवायु परिवर्तन से जुड़ा हो सकता है।
सोशल मीडिया पर मचा हड़कंप
पुल के गिरने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। रेडिट और चीनी प्लेटफॉर्म्स पर लोग इसे इंजीनियरिंग की नाकामी बता रहे हैं, जबकि कुछ ने इसे प्राकृतिक आपदा का नतीजा कहा। सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और भूगर्भीय सर्वेक्षण दोनों पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह हादसा साल 2021 के गेझोउबा ब्रिज हादसे की याद दिलाता है, जिसमें 38 लोगों की मौत हुई थी। सिचुआन जैसे भूकंप-प्रवण और संवेदनशील क्षेत्र में बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं के बाद अब आवाज उठने लगी है कि चीन को अपने निर्माण मानकों और निगरानी प्रणाली को और सख्त बनाना होगा।