Edited By Tanuja,Updated: 17 Sep, 2019 12:19 PM
विकासशील देशों में पोषक आहार लक्ष्य प्राप्ति की प्रक्रिया में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ेगा और पानी ...
सिडनीः विकासशील देशों में पोषक आहार लक्ष्य प्राप्ति की प्रक्रिया में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन बढ़ेगा और पानी की खपत भी बढ़ेगी। ऐसे में वैज्ञानिकों ने उच्च आय वर्ग में आने वाले देशों से अनुरोध किया है कि वे वनस्पति आधारित आहार को अपनाने की दिशा में तेजी से बढ़ें।
जॉन हॉपकिंग्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक मॉडल विकसित किया है जिसके जरिए पता लगाया है कि 140 देशों में आहार के तरीकों में बदलाव लाने पर व्यक्तिगत स्तर और देश के स्तर पर ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन और ताजे पानी के इस्तेमाल पर क्या असर पड़ेगा। यह शोध जर्नल ग्लोबल इनवायरमेंटल चेंज में प्रकाशित हुआ है।
वरिष्ठ शोधकर्ता कीव एन ने बताया कि जलवायु परिवर्तन को लेकर जितनी भी चर्चा होती है उसमें इस बात की ओर ध्यान ही नहीं दिया जाता कि दुनिया के कई हिस्से पोषण की कमी के संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ उन्हें इससे उबारने के लिए जरूरी है कि वे ज्यादा आहार लें और इसके कारण उनका कार्बन उत्सर्जन बढ़ेगा। ''