Edited By Pardeep,Updated: 04 Sep, 2025 05:24 AM

बीजिंग में एक भव्य सैन्य परेड के बाद, उत्तर कोरिया के किम जोंग उन और रूस के पुतिन की बैठक हुई। बैठक समाप्त होते ही, किम की टीम ने उस कमरे की हर वस्तु जैसे कुर्सी, गिलास, टेबल जहां उन्होंने स्पर्श किया था, फॉरेंसिक सफाई जैसी प्रक्रिया से पूरी तरह साफ...
इंटरनेशनल डेस्कः बीजिंग में एक भव्य सैन्य परेड के बाद, उत्तर कोरिया के किम जोंग उन और रूस के पुतिन की बैठक हुई। बैठक समाप्त होते ही, किम की टीम ने उस कमरे की हर वस्तु जैसे कुर्सी, गिलास, टेबल जहां उन्होंने स्पर्श किया था, फॉरेंसिक सफाई जैसी प्रक्रिया से पूरी तरह साफ कर दी। ऐसा करते हुए ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई अपराध दृश्य हो।
क्यों किया गया ऐसा?
ऐसा माना जाता है कि यह सावधानी उनके DNA को विदेशी एजेंसियों से सुरक्षित रखने की रणनीति का हिस्सा है। उत्तर कोरियाई खुफिया सूत्र बताते हैं कि किम अपनी जैविक पहचान की सुरक्षा के लिए इस तरह की अत्यधिक सतर्कता बरतते हैं, जिसमें बाल, मूत्र या excreta शामिल हैं। इस मामले में वे पुराने शौचालय उपकरण तक अपने साथ लेकर जाते थे।
पुतिन के मामले में भी एक तरह की रक्षा प्रणाली
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी अपने स्वास्थ्य संबंधी जैविक डेटा को सुरक्षित रखने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय अपनाते हैं। उनकी बॉडीगार्ड्स विदेश यात्रा के दौरान उनके मूत्र और मल को विशेष रूप से पैक करके “poop suitcase” में भरकर मास्को वापस ले जाते हैं ताकि उनकी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी किसी विदेशी को हाथ न लगे। यह प्रथा 2017 से चल रही है।
इस घटनाक्रम से न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य गोपनीयता की महत्वता दिखाई देती है, बल्कि यह संकेत भी मिलता है कि आधुनिक राजनीतिक दुनिया में सुरक्षा कितना उच्च स्तर तक जा सकती है। किम और पुतिन के बीच इस मुलाकात ने यह भी रेखांकित किया कि दोनों देशों के बीच 2024 में हुए रक्षा समझौते ने संबंधों को पहले से कहीं अधिक मजबूत कर दिया है।