Edited By Shubham Anand,Updated: 28 Oct, 2025 06:33 PM

हाल ही में एक बड़े डेटा सिक्योरिटी ब्रीच में 183 मिलियन यूजर्स के पासवर्ड लीक होने का दावा किया गया। इसमें जीमेल, आउटलुक, याहू और सैकड़ों अन्य वेब सेवाओं के लॉगिन डेटा शामिल बताए गए। साइबर एक्सपर्ट इसे गंभीर खतरा मान रहे हैं। हालांकि गूगल ने स्पष्ट...
इंटरनेशनल डेस्क : हाल ही में एक बड़े डेटा सिक्योरिटी ब्रीच की खबर आई है, जिसमें करोड़ों ईमेल यूजर्स के पासवर्ड लीक होने का दावा किया गया है। खबरों के अनुसार इस लीक में जीमेल यूजर्स के पासवर्ड भी शामिल हैं। ऑस्ट्रेलियाई साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर Troy Hunt ने बताया कि करीब 18.3 करोड़ (183 मिलियन) यूजर्स के पासवर्ड ऑनलाइन लीक हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस चोरी में लगभग 3.5 टेराबाइट डेटा शामिल था। न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, यह ब्रीच करीब 183 मिलियन यूनीक अकाउंट्स को प्रभावित कर सकती है।
करोड़ों यूजरनेम और पासवर्ड चोरी का दावा
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट इसे अब तक के सबसे बड़े ऑनलाइन सिक्योरिटी ब्रीच में से एक बता रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मालवेयर नेटवर्क गुप्त रूप से यूजरनेम, पासवर्ड और वेबसाइट एड्रेस चुरा लेते हैं। Troy Hunt के मुताबिक, यह सेंध पिछले एक साल से लगातार लग रही थी और यह मामला हाल ही में सामने आया क्योंकि चोरी हुए क्रेडेंशियल्स ऑनलाइन लीक हो गए।
लीक का असर
लीक में सिर्फ जीमेल ही नहीं, बल्कि आउटलुक, याहू और सैकड़ों अन्य वेब सेवाओं के लॉगिन डेटा भी शामिल हैं। साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह यूजर्स के लिए बड़ा खतरा है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक ही पासवर्ड कई प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल करते हैं। इससे बैंकिंग, सोशल मीडिया और क्लाउड स्टोरेज जैसी सेवाओं में सुरक्षा जोखिम बढ़ सकता है।
गूगल ने किया स्पष्ट खंडन
इस पर गूगल ने कहा है कि जीमेल पासवर्ड लीक होने की खबरें पूरी तरह गलत हैं। NewsFromGoogle के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट में कहा गया कि "जीमेल सिक्योरिटी ब्रीच की वजह से करोड़ों यूजर्स प्रभावित होने का दावा गलत है। जीमेल की सुरक्षा मजबूत है और उसके यूजर्स सुरक्षित हैं। यह रिपोर्टें इन्फोस्टीलर डेटाबेस की गलतफहमी पर आधारित हैं, जो नियमित रूप से वेब पर होने वाली क्रेडेंशियल चोरी की गतिविधियों को इकट्ठा करता है।"