Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Mar, 2020 06:35 PM
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारा पर हुए आत्मघाती हमले में करीब 27 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने काबुल के शोर बाजार जिले में गुरुद्वारा पर स्थानीय समयानुसार सुबह 07ः 45 बजे हमला...
काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक गुरुद्वारा पर हुए आत्मघाती हमले में करीब 27 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने काबुल के शोर बाजार जिले में गुरुद्वारा पर स्थानीय समयानुसार सुबह 07ः 45 बजे हमला कर दिया। हमले के समय लगभग 150 लोग गुरुद्वारे में प्रार्थना कर रहे थे। इससे पहले हिंदू एवं सिखों के प्रतिनिधि सांसद नरेंद्र सिंह हालिसा ने यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि चार आत्मघाती हमलावरों ने यह हमला किया और शुरुआती दौर में चार लोग मारे गए।
अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि जल्द ही हमलावरों के बारे में जानकारी जुटा ली जाएगी। बता दें कि सिख समुदाय यहां अल्पसंख्यक है और इस रुढ़िवादी मुस्लिम बहुल देश में सिखों को बड़े पैमाने पर भेदभाव का सामना करना पड़ता है। हालांकि यह पहला मामला नहीं जब किसी धार्मिक समागम में हमला हुआ हो। इसी महीने की शुरुआत में इस्लामिक स्टेट से संबद्ध एक संगठन ने काबुल में अल्पसंख्यक शिया मुस्लिमों के एक धार्मिक समागम पर हमला किया था जिसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी।
आत्मघाती हमला निंदनीय: हरदीप पुरी
आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अफगानिस्तान में हुए आत्मघाती हमले की निंदा की। उन्होंने कहा है कि इस तरह की घटनाएं कुछ देशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के विरुद्ध जारी अत्याचारों का सबूत है। पुरी ने इस घटना की निंदा करते हुए ट्वीट कर कहा, ‘‘काबुल स्थित गुरुद्वारा साहिब में फिदायीन हमले की कड़ी निंदा की जानी चाहिए। इसमें हुई मौतें कुछ देशों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ जारी अत्याचारों के सबूत हैं। इन अल्पसंख्यकों के जीवन एवं धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा किये जाने की तत्काल जरूरत है।''