Edited By Tanuja,Updated: 28 Sep, 2025 12:56 PM

अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि अब वह हर शब्द पर सतर्क नहीं रहेंगे और जो भी कहेंगे, उसे खुलकर कहेंगे। उनका यह बयान अमेरिका और दुनिया में सनसनी मचा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह ट्रंप के आत्मविश्वास और अजेय...
Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस सप्ताह अपने बयानों से एक बार फिर मीडिया और जनता को हिला दिया। ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा, “I'm not so careful with what I say”, जिससे अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई। उनका यह बयान यह संकेत देता है कि वे अब अपनी हर टिप्पणी को लेकर पहले जैसी सतर्कता नहीं बरत रहे हैं और अधिक आत्मविश्वासी या बेपरवाह हो गए हैं। एक समाचार सम्मेलन के दौरान, उन्होंने सनसनीखेज दावा किया कि उन्होंने ऑटिज्म का “उत्तर” खोज लिया है, उन्होंने कहा:"बॉबी (केनेडी) अपने शब्दों में बहुत सावधान रहते हैं, लेकिन मैं अपने शब्दों में इतना सावधान नहीं हूँ।"
ट्रंप के इस बयान ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह अब पारंपरिक राजनैतिक शिष्टाचार और सावधानी को नजरअंदाज कर पूरी तरह अनफ़िल्टर्ड (खुला) संवाद कर रहे हैं।कुछ दिन पहले, रविवार को चार्ली किर्क की विधवा एरिका ने अपने पति के हत्यारे को माफ कर दिया था। इस अवसर पर ट्रंप ने मृतक की स्मृति सभा में उपस्थित लोगों से कहा कि वह अपने विरोधियों से “नफरत” करते हैं। विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप की यह शैली उन्हें उनके समर्थकों में और अधिक लोकप्रिय बना रही है, जबकि विपक्षी दल इसे खतरनाक और असंवेदनशील मान रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषण बताते हैं कि ट्रंप अब अत्यधिक आत्मविश्वास और अजेय भावना के साथ सार्वजनिक मंच पर अपने विचार रख रहे हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप का यह रवैया उनके समर्थकों में जोश बढ़ाने के लिए है, जबकि विपक्षी दल इसे आलोचनात्मक रूप में देख रहे हैं। ट्रंप के राजनीतिक विरोधी चिंतित हैं कि उनकी ये बेफिक्र टिप्पणियाँ अमेरिकी राजनीति में ध्रुवीकरण और तनाव को और बढ़ा सकती हैं। ट्रंप ने अपने बयान में यह भी संकेत दिया कि वे अब परंपरागत प्रोटोकॉल या मीडिया की चिंता किए बिना सीधे जनता से संवाद कर सकते हैं। इससे पहले भी ट्रंप कई बार सोशल मीडिया और जनसभाओं में सीधे और विवादास्पद बयान देकर चर्चा में रहते आए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वक्त ट्रंप 2025 और उसके बाद की संभावित राजनीतिक लड़ाईयों के लिए अपनी रणनीति मजबूत कर रहे हैं। उनका बयान अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और पार्टी में शक्ति संतुलन पर असर डाल सकता है।