Edited By Tanuja,Updated: 17 Sep, 2020 01:18 PM
आंतकवाद को वित्तीय पोषण के आरोपों से घिरा पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए अब नया दाव खेल रहा
इस्लामाबादः आंतकवाद को वित्तीय पोषण के आरोपों से घिरा पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) की ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए अब नया दाव खेल रहा है। पाकिस्तान संसद के दोनों सदनों के एक संयुक्त सत्र में FATF संबंधी तीन अहम विधेयक बुधवार को पारित कर दिए गए। पाकिस्तान सरकार ने FATF द्वारा काली सूची में डाले जाने से बचने के प्रयासों के तहत ये विधेयक पेश किए ।
इससे पहले, पाकिस्तानी सीनेट ने निचले सदन से पारित आतंकवाद-रोधी (संशोधन) अधिनियम विधेयक, 2020 को खारिज कर दिया था। यह FATF संबंधी तीसरा विधेयक है, जिसे विपक्ष के बहुमत वाले उच्च सदन में रोका गया था। पाकिस्तानी सीनेट ने पिछले महीने धनशोधन रोधी (दूसरा संशोधन) विधेयक और इस्लामाबाद राजधानी क्षेत्र (ICT) वक्फ संपत्ति विधेयक को भी खारिज कर दिया था।
ये विधेयक FATF की ग्रे सूची से बाहर आकर व्हाइट सूची में जाने की पाकिस्तान की कवायद का हिस्सा थे। 18वें संशोधन के तहत, अगर एक सदन से पारित विधेयक दूसरे सदन में खारिज कर दिया जाता है और अगर दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में उसे मंजूरी मिल जाती है, तो वह कानून बन जाता है। देश के प्रधानमंत्री इमरान खान संयुक्त सत्र में शामिल हुए, जिसकी अध्यक्षता नेशनल असेम्बली के अध्यक्ष असद कैसर ने की।