Edited By PTI News Agency,Updated: 28 Nov, 2022 08:23 PM
इस्लामाबाद, 28 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान में सेना प्रमुख पद से सेवानिवृत्त हो रहे जनरल कमर जावेद बाजवा ने सोमवार को राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ यहां अलग-अलग विदाई मुलाकात की। पाकिस्तानी सेना के रावलपिंडी स्थित...
इस्लामाबाद, 28 नवंबर (भाषा) पाकिस्तान में सेना प्रमुख पद से सेवानिवृत्त हो रहे जनरल कमर जावेद बाजवा ने सोमवार को राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ यहां अलग-अलग विदाई मुलाकात की। पाकिस्तानी सेना के रावलपिंडी स्थित मुख्यालय पर मंगलवार को ‘कमान परिवर्तन समारोह’ का आयोजन किया गया है जिसके तहत जनरल बाजवा अपने उत्तराधिकारी जनरल आसिम मुनीर को सेना की बागडोर सौंपेंगे। जनरल मुनीर को पिछले हफ्ते 17वं सैन्य प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया।
राष्ट्रपति मुख्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सेना प्रमुख ने एवान-ए-सदर में राष्ट्रपति अल्वी से विदाई मुलाकात की। राष्ट्रपति ने सेना प्रमुख को मुलाकात के दौरान शुभकामनाएं दीं और रक्षा क्षेत्र में उनके द्वारा दी गई सेवाओं की तारीफ की। गौरतलब है कि राष्ट्रपति अल्वी की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संबंध जनरल बाजवा से बाद में बहुत खराब हो गये थे।
जनरल बाजवा ने प्रधानमंत्री शहबाज से भी विदाई मुलाकात की जिन्होंने सेना प्रमुख के सम्मान में दोपहर के भोज का आयोजन किया था। हालांकि, प्रधानमंत्री और उनकी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी जनरल बाजवा की आलोचक रही है। शहबाज ने कहा, ‘‘जनरल बाजवा के नेतृत्व में सेना ने विभिन्न संकट के दौरान अनुकरणीय सेवा प्रदान की जिसमें कोरोना वायरस महामारी, बाढ़, फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे सूची से पाकिस्तान को बाहर निकालना शामिल है।’’ उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा के नेतृत्व में सशस्त्र बलों ने आतंकवाद के खतरे को कुचलकर रख दिया। इसके जवाब में जनरल बाजवा ने पूरा सहयोग प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। हालांकि, जनरल बाजवा के सेना प्रमुख रहने के दौरान नवाज शरीफ को ना केवल पद के लिए अयोग्य ठहराया गया, बल्कि उन्हें जेल भी भेजा गया था। नवाज कई बार बाजवा की आलोचना कर चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कार्यकाल में जनरल बाजवा को 2016 में तीन साल के लिए सेना प्रमुख बनाया गया था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के कार्यकाल में उन्हें तीन साल का सेवा विस्तार मिला।
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