Edited By Tanuja,Updated: 11 Aug, 2025 05:23 PM

जापान के नागासाकी शहर में शनिवार को एक ऐसा क्षण आया जिसने पूरे शहर को 80 साल पीछे, उस दर्दनाक तारीख पर लौटा दिया जब 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने यहां पर परमाणु बम गिराया था...
International Desk: जापान के नागासाकी शहर में शनिवार को एक ऐसा क्षण आया जिसने पूरे शहर को 80 साल पीछे, उस दर्दनाक तारीख पर लौटा दिया जब 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने यहां पर परमाणु बम गिराया था। ठीक सुबह 11:02 बजे वही समय जब “फैट मैन” बम ने शहर को राख में बदल दिया था—उराकामी कैथेड्रल में दो घंटे एक साथ बजे। एक घंटा, जो हमले से बच गया था, और दूसरा बिल्कुल नया, जो हाल ही में अमेरिका के एक चर्च के दान से बनाया गया। जैसे ही दोनों घंटों की आवाज़ एक साथ गूंजी, वहां मौजूद कई लोगों की आंखों से आंसू बह निकले।
परमाणु हमले का इतिहास
9 अगस्त 1945 को हुए हमले में 74,000 से अधिक लोग मारे गए थे। तीन दिन पहले ही हिरोशिमा पर “लिटिल बॉय” नामक परमाणु बम गिराया गया था, जिसमें लगभग 1,40,000 लोगों की जान गई थी। इन हमलों के बाद 15 अगस्त को जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया और द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ। नागासाकी के उराकामी कैथेड्रल को हमले में भारी नुकसान हुआ था इसका एक घंटा मलबे से मिला, लेकिन दूसरा हमेशा के लिए खो गया। अब 80 साल बाद, नए घंटे के जुड़ने के साथ दोनों की गूंज ने इतिहास और भविष्य को एक धागे में पिरो दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों की यादें अब भी ताज़ा
93 वर्षीय हिरोशी निशिओका उस वक्त सिर्फ तीन किलोमीटर दूर थे, जब बम गिरा। उन्होंने बताया, "अचानक एक तेज़ चमक हुई, फिर धमाके की गूंज और सब कुछ धूल और चीखों में बदल गया।" उनका कहना है कि युद्ध तो खत्म हो गया, लेकिन उस विस्फोट का डर आज भी उनकी यादों में ज़िंदा है।
अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति
इस साल के स्मृति समारोह में लगभग 100 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। खास बात यह है कि रूस को भी इस बार आमंत्रित किया गया है, जबकि 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद उसे निमंत्रण नहीं दिया गया था। इसी तरह, पिछले साल गाज़ा हमले के कारण अनुपस्थित रहे इज़राइल के राजदूत के भी इस बार आने की संभावना है।