Edited By Pardeep,Updated: 07 Dec, 2025 03:58 AM

लिथुआनिया के विलनियस एयरपोर्ट ने शनिवार को अपने सभी ऑपरेशंस रोक दिए। वजह थी एयरपोर्ट के ऊपर अचानक कुछ गुब्बारे दिखाई देना। देश की नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर ने बताया कि एयर ट्रैफिक 1905 GMT तक बंद रहेगा। यह पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ हो।
इंटरनेशनल डेस्कः लिथुआनिया के विलनियस एयरपोर्ट ने शनिवार को अपने सभी ऑपरेशंस रोक दिए। वजह थी एयरपोर्ट के ऊपर अचानक कुछ गुब्बारे दिखाई देना। देश की नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर ने बताया कि एयर ट्रैफिक 1905 GMT तक बंद रहेगा। यह पहली बार नहीं है जब ऐसा हुआ हो। विलनियस एयरपोर्ट, जो बेलारूस की सीमा से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर है, अक्टूबर की शुरुआत से अब तक 10 से ज्यादा बार इसी वजह से बंद किया जा चुका है। आखिरी बार एयरपोर्ट 3 दिसंबर को बंद किया गया था।
गुब्बारे कौन भेज रहा है?
लिथुआनिया का कहना है कि ये गुब्बारे बेलारूस से तस्करों द्वारा भेजे जा रहे हैं, जो इनके जरिये सिगरेट की तस्करी करते हैं। लेकिन बात सिर्फ तस्करी तक सीमित नहीं है, लिथुआनिया बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्ज़ेंडर लुकाशेंको पर भी उंगली उठा रहा है।
लिथुआनिया का आरोप है कि बेलारूस की सरकार इन्हें रोक नहीं रही बल्कि यह एक तरह का “हाइब्रिड अटैक” है, जिससे लिथुआनिया के हवाई यातायात को बाधित किया जा रहा है। लुकाशेंको रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी हैं, इसलिए ये घटनाएं राजनीतिक तौर पर भी संदेह पैदा करती हैं
हाइब्रिड अटैक क्या होता है? (आसान शब्दों में)
जब किसी देश को सीधे हमला किए बिना असामान्य तरीकों से तनाव पैदा किया जाए। आर्थिक या सुरक्षा व्यवस्था को बाधित किया जाए तो इसे हाइब्रिड अटैक कहा जाता है। लिथुआनिया का कहना है कि गुब्बारों को लगातार भेजकर एयरपोर्ट को बंद करने की नौबत खड़ी की जा रही है, जिससे देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर असर पड़ रहा है।
एयरपोर्ट बंद होने का असर
बार-बार एयरपोर्ट बंद होने से फ्लाइटें देरी से उड़ रही हैं या कैंसल हो रही हैं। यात्रियों को असुविधा हो रही है। एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर दबाव बढ़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ रही है कि यह सिलसिला कहां तक जाएगा। सरकारी एजेंसियां अब लगातार एयरस्पेस की निगरानी कर रही हैं, ताकि गुब्बारों के कारण फिर से एयरपोर्ट को बंद न करना पड़े।