Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Dec, 2025 02:53 PM

हम रोज़ हाथ में जिस 100 रुपये के नोट को पकड़ते हैं, उसकी चमक और मजबूती तो दिखती है, लेकिन उसके पीछे की कहानी कम ही लोग जानते हैं। डिजिटल पेमेंट के दौर में भी नकदी की अहमियत बनी हुई है, और ऐसे में यह सवाल स्वाभाविक है—आखिर 100 रुपये का नोट छापने में...
नेशनल डेस्क: हम रोज़ हाथ में जिस 100 रुपये के नोट को पकड़ते हैं, उसकी चमक और मजबूती तो दिखती है, लेकिन उसके पीछे की कहानी कम ही लोग जानते हैं। डिजिटल पेमेंट के दौर में भी नकदी की अहमियत बनी हुई है, और ऐसे में यह सवाल स्वाभाविक है—आखिर 100 रुपये का नोट छापने में कितना खर्च आता है?
भारत में नोट कौन छापता है?
देश में नोटों को जारी करने की जिम्मेदारी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की है। हालांकि छपाई का काम दो संस्थाओं के ज़रिए किया जाता है—
कहां तैयार होते हैं नोट?
भारत में नोट छापने के लिए चार प्रमुख केंद्र हैं—
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नासिक (महाराष्ट्र) – SPMCIL
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देवास (मध्य प्रदेश) – SPMCIL
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मैसूर (कर्नाटक) – BRBNMPL
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सालबोनी (पश्चिम बंगाल) – BRBNMPL
100 रुपये के नोट की छपाई पर कितना खर्च?
RBI के मुताबिक,
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100 रुपये का नोट छापने में करीब ₹1.77 की लागत आती है
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200 रुपये का नोट – लगभग ₹2.37
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10 रुपये का नोट – करीब ₹0.96
यह खर्च खास कागज, उन्नत सुरक्षा फीचर्स और विशेष स्याही पर होता है, ताकि नोट नकली न बनाए जा सकें।
किन चीज़ों से बनता है भारतीय नोट?
भारतीय करेंसी आम कागज से नहीं बनती। इसके लिए कपास और लिनन के रेशों का इस्तेमाल किया जाता है। सुरक्षा के लिहाज़ से नोटों में कई खास फीचर्स होते हैं—
100 रुपये के नोट की खास पहचान
नए 100 रुपये के नोट का आकार 66 मिमी × 142 मिमी है।
इसके पिछले हिस्से पर ‘रानी की वाव’ की आकृति है, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।
नोट में शामिल हैं—