Edited By Anu Malhotra,Updated: 15 Dec, 2025 08:26 AM

एक बार फिर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट चर्चा में हैं। साल 2016 की नोटबंदी के करीब एक दशक बाद दिल्ली पुलिस की एक कार्रवाई ने लोगों को चौंका दिया, जहां बड़ी मात्रा में पुराने नोट बरामद हुए। इस मामले में खुलासा हुआ कि कुछ ठग भारतीय रिजर्व बैंक...
नेशनल डेस्क: एक बार फिर 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट चर्चा में हैं। साल 2016 की नोटबंदी के करीब एक दशक बाद दिल्ली पुलिस की एक कार्रवाई ने लोगों को चौंका दिया, जहां बड़ी मात्रा में पुराने नोट बरामद हुए। इस मामले में खुलासा हुआ कि कुछ ठग भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नाम का सहारा लेकर लोगों को यह भरोसा दिला रहे थे कि बंद हो चुके नोट आज भी बदले जा सकते हैं। इसी झूठे दावे के जरिए वे लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे।
ऐसे मामलों के सामने आने के बाद आम लोगों के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या वाकई RBI अब भी पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट बदल रहा है, या यह सिर्फ एक और अफवाह है। सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक जानकारियां इस उलझन को और बढ़ा देती हैं। इसलिए किसी भी दावे पर भरोसा करने से पहले सच्चाई जानना बेहद जरूरी है।
क्या RBI आज भी पुराने नोट स्वीकार करता है?
इस सवाल का जवाब बिल्कुल स्पष्ट है—नहीं। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट पूरी तरह अमान्य हो चुके हैं। नवंबर 2016 में नोटबंदी के दौरान इन्हें चलन से बाहर कर दिया गया था। उस समय आम लोगों को सीमित अवधि के भीतर बैंक या RBI के जरिए इन नोटों को जमा करने या बदलने का अवसर दिया गया था।
इसके बाद पुराने 500 रुपये के नोट की जगह नया डिजाइन जारी किया गया, जबकि 1000 रुपये का नोट पूरी तरह बंद कर दिया गया। तय समयसीमा खत्म होने के बाद RBI ने साफ कर दिया था कि अब किसी भी स्थिति में इन पुराने नोटों को स्वीकार नहीं किया जाएगा। आज इन नोटों की कोई कानूनी कीमत नहीं है।
ठगी से रहें सावधान
जो लोग आज भी यह दावा कर रहे हैं कि पुराने नोट बदले जा सकते हैं, वे साफ तौर पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे झांसे में आने से न सिर्फ पैसे का नुकसान हो सकता है, बल्कि कानूनी परेशानी भी खड़ी हो सकती है। इसलिए किसी भी व्यक्ति या एजेंट के ऐसे दावों पर भरोसा करना जोखिम भरा है।
सरकार और PIB ने पहले ही कर दी है स्थिति साफ
पुराने नोटों को लेकर फैल रही अफवाहों पर केंद्र सरकार पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। सरकारी सूचना एजेंसी PIB ने फैक्ट चेक के जरिए सोशल मीडिया पर वायरल उन खबरों को गलत बताया था, जिनमें दावा किया गया था कि RBI ने पुराने नोट बदलने के लिए नए नियम बनाए हैं या आखिरी मौका दिया जा रहा है।
PIB ने साफ कहा था कि RBI की ओर से ऐसा कोई फैसला या अधिसूचना जारी नहीं की गई है। साथ ही लोगों को सलाह दी गई थी कि किसी भी वित्तीय या बैंकिंग जानकारी के लिए केवल RBI की आधिकारिक वेबसाइट और विश्वसनीय स्रोतों पर ही भरोसा करें।