Edited By Pardeep,Updated: 21 Jun, 2025 06:20 AM

पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत पहली राहत भरी खबर सामने आई है। ईरान के मशहद शहर से 290 भारतीय छात्रों को लेकर एक विशेष फ्लाइट शुक्रवार देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतरी।
नई दिल्लीः पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार की ओर से शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत पहली राहत भरी खबर सामने आई है। ईरान के मशहद शहर से 290 भारतीय छात्रों को लेकर एक विशेष फ्लाइट शुक्रवार देर रात दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतरी। इनमें से अधिकतर छात्र जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं।
इस फ्लाइट के भारत पहुंचने की पुष्टि के साथ ही करीब 1,000 भारतीयों की वापसी की प्रक्रिया की भी शुरुआत हो गई है।
ईरान ने भारत के लिए विशेष रूप से खोला एयरस्पेस
ईरान ने अपने एयरस्पेस पर लगे प्रतिबंधों को केवल भारत की निकासी उड़ानों के लिए अस्थायी रूप से हटाया, ताकि भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके।
इस मानवीय पहल के तहत तीन विशेष फ्लाइट्स को अनुमति दी गई है, जिनमें यह पहली उड़ान थी।
ईरानी एयरलाइन 'माहान एयर' द्वारा ये उड़ानें चलाई जा रही हैं, जबकि भारत सरकार और विदेश मंत्रालय ने पूरे ऑपरेशन का समन्वय किया।
तेहरान से मशहद तक सुरक्षित लाया गया भारतीयों को
ईरान की राजधानी तेहरान में इज़रायल द्वारा किए गए हवाई हमलों के बाद वहां रह रहे भारतीयों को एहतियातन मशहद भेजा गया, जहां से उन्हें भारत लाने की व्यवस्था की गई।
इन छात्रों और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भारतीय दूतावास ने लगातार निगरानी और संपर्क बनाए रखा।
जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने जताया आभार
J&K Students Association ने एक बयान में कहा: "हम भारत सरकार, विदेश मंत्रालय और सभी संबंधित एजेंसियों का दिल से धन्यवाद करते हैं। यह उन परिवारों के लिए बहुत राहत की बात है जो अपने बच्चों की वापसी को लेकर चिंता में थे।"
दूसरी और तीसरी उड़ानें भी होंगी रवाना
इन सभी उड़ानों में अधिकतर छात्र और कामकाजी भारतीय नागरिक सवार हैं, जो ईरान और इज़रायल में फंसे थे।
‘ऑपरेशन सिंधु’ क्यों चलाया गया?
भारत ने बुधवार (18 जून 2025) को ‘ऑपरेशन सिंधु’ की शुरुआत की, ताकि ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते तनाव के बीच वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकाला जा सके।
इस ऑपरेशन के जरिए ईरान के साथ-साथ इज़रायल से भी निकासी प्रयास किए जा रहे हैं।
ईरानी राजनयिक ने दिया भावनात्मक बयान
ईरान में भारतीय दूतावास के समन्वय से जुड़े ईरानी दूत मोहम्मद जवाद हुसैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा: "हम भारतीयों को अपना ही मानते हैं। हमारा एयरस्पेस बंद है, लेकिन भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए हमने विशेष व्यवस्था की है। जरूरत पड़ी तो और फ्लाइट्स चलाई जाएंगी।"
अब आगे क्या?
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भारत सरकार हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है।
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विदेश मंत्रालय ने हेल्पलाइन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के ज़रिए ईरान और इज़रायल में फंसे भारतीयों से संपर्क में है।
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ऑपरेशन सिंधु के तहत आगे भी कई निकासी उड़ानों की संभावना जताई गई है।