Edited By Shubham Anand,Updated: 31 Dec, 2025 02:08 PM

राजस्थान के टोंक में डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम (DST) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध विस्फोटक सामग्री की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक मारुति सियाज कार से 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट, 200 विस्फोटक कार्टेज और 1100 मीटर सेफ्टी...
नेशनल डेस्क : राजस्थान के टोंक जिले में पुलिस की DST (डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए विस्फोटक सामग्री की अवैध सप्लाई का खुलासा किया है। DST टीम ने बूंदी से टोंक लाया जा रहा करीब 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट कार सहित जब्त करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह विस्फोटक सामग्री एक मारुति सियाज कार में भरकर लाई जा रही थी।
जानकारी के अनुसार, दो युवक बूंदी जिले के करवर क्षेत्र से विस्फोटक सामग्री लेकर टोंक की ओर जा रहे थे। इसी दौरान DST टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि बूंदी से टोंक की ओर भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री की सप्लाई की जा रही है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और बरौनी थाना क्षेत्र में नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहनों की जांच शुरू की।
नाकाबंदी के दौरान DST टीम ने एक मारुति सियाज कार को रोका। कार की तलाशी लेने पर पुलिस को चौंकाने वाला खुलासा हुआ। वाहन में यूरिया खाद के कट्टों में छुपाकर रखा गया 150 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया गया। इसके साथ ही पुलिस ने 200 डेंजर एक्सप्लोसिव कार्टेज और सेफ्टी फ्यूज वायर के 6 बंडल, जिनकी कुल लंबाई करीब 1100 मीटर बताई जा रही है, भी जब्त किए हैं।
पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुरेंद्र पुत्र भंवरलाल (उम्र 48 वर्ष) और सुरेंद्र मोची पुत्र दुलीलाल (उम्र 33 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों आरोपी विस्फोटक सामग्री को अवैध रूप से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा रहे थे।
DST टीम द्वारा दोनों आरोपियों से विस्फोटक सामग्री की सप्लाई के स्रोत, इसके संभावित उपयोग और इससे जुड़े अन्य लोगों को लेकर गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री कहां से लाई गई और इसे किस उद्देश्य से टोंक ले जाया जा रहा था। फिलहाल पुलिस ने मारुति सियाज कार को जब्त कर लिया है और पूरे मामले में आगे की जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद इस नेटवर्क से जुड़े अन्य खुलासे भी हो सकते हैं।