Edited By Tanuja,Updated: 30 Dec, 2025 04:35 PM

बांग्लादेश के मयमनसिंह में 42 वर्षीय हिंदू नागरिक बजेंद्र बिस्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बढ़ती हिंसा की कड़ी बन गई है। भारत सहित मानवाधिकार संगठनों ने इस पर गहरी चिंता जताई है।
International Desk:बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला मयमनसिंह क्षेत्र से सामने आया है, जहां 42 वर्षीय हिंदू नागरिक बजेंद्र बिस्वास की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने बेहद नजदीक से फायरिंग की, जिससे बजेंद्र बिस्वास की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
हिंदुओं पर बढ़ते हमलों का पैटर्न
यह कोई अकेली घटना नहीं है। बीते महीनों में बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू नागरिकों की हत्याएं, मंदिरों में तोड़फोड़, घरों और दुकानों को आग के हवाले करने जैसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। विशेषज्ञ इसे लक्षित हिंसा (Targeted Violence) करार दे रहे हैं। भारत ने बार-बार बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली इस ताजा हत्या पर भी करीबी नजर बनाए हुए है और इसे मानवाधिकार उल्लंघन के रूप में देखा जा रहा है।
मानवाधिकार चिंता
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय भय के साए में जीने को मजबूर है। उनका आरोप है कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से हमलावरों के हौसले बढ़ रहे हैं। यह हत्या बांग्लादेश में धार्मिक स्वतंत्रता और कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े करती है।स्थानीय हिंदू समुदाय ने सरकार से मांग की है कि दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, अल्पसंख्यक इलाकों में सुरक्षा बढ़ाई जाए,और ऐसी घटनाओं पर सख्त संदेश दिया जाए।