Edited By Parveen Kumar,Updated: 02 Oct, 2025 12:59 AM

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2,000 रुपये के नोटों को मई 2023 में प्रचलन से हटाने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद से बड़ी संख्या में नोट बैंकों में लौटे, लेकिन ताज़ा सरकारी आंकड़े चौंकाने वाले हैं। 30 सितंबर 2025 तक 2,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य घटकर...
नेशनल डेस्क: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2,000 रुपये के नोटों को मई 2023 में प्रचलन से हटाने का ऐलान कर दिया था। इसके बाद से बड़ी संख्या में नोट बैंकों में लौटे, लेकिन ताज़ा सरकारी आंकड़े चौंकाने वाले हैं। 30 सितंबर 2025 तक 2,000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य घटकर सिर्फ ₹5,884 करोड़ रह गया है, जो अभी भी जनता के पास है। वहीं, प्रचलन से हटाए जाने के समय इन नोटों का कुल मूल्य ₹3.56 लाख करोड़ रुपये था। इसका मतलब है कि 98.35% नोट बैंकों में जमा या बदले जा चुके हैं।
कहां बदले जा रहे हैं ये नोट?
नोटों को बदलने की सुविधा RBI के 19 निर्गम कार्यालयों में उपलब्ध है। लोग डाक के जरिए भी नोट भेजकर अपने खाते में जमा करा सकते हैं।
क्यों नहीं लौटे सारे नोट?
सबसे बड़ा सवाल यही है। विशेषज्ञों का मानना है कि जिन नोटों की वापसी नहीं हो सकी, वे संभवतः काले धन को छिपाने के लिए रखे गए थे। छोटे आकार में बड़ी रकम समेट लेने की वजह से 2,000 रुपये के नोट लंबे समय तक गैरकानूनी लेनदेन का हिस्सा बने रहे। अब जब ये नोट धीरे-धीरे ‘बेकार कागज़’ बनते जा रहे हैं, तो निगाहें इसी पर टिकी हैं कि आखिर ये ₹5,884 करोड़ के गुलाबी नोट किनके पास छिपे बैठे हैं।