Edited By Rohini Oberoi,Updated: 29 Nov, 2025 11:50 AM

कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रहे कथित नेतृत्व विवाद की खबरों पर विराम लगाने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार शनिवार को एक अनोखे अंदाज़ में सामने आए। दोनों शीर्ष नेताओं ने न केवल एक साथ ब्रेकफास्ट...
नेशनल डेस्क। कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के भीतर चल रहे कथित नेतृत्व विवाद की खबरों पर विराम लगाने के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार शनिवार को एक अनोखे अंदाज़ में सामने आए। दोनों शीर्ष नेताओं ने न केवल एक साथ ब्रेकफास्ट (नाश्ता) किया बल्कि बाद में संयुक्त रूप से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जिसमें उन्होंने आपसी अनबन की सभी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया।मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मीडिया के सामने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा, "हमारे बीच कोई मतभेद नहीं हैं और मैं आश्वस्त करता हूं कि भविष्य में भी कोई मतभेद नहीं होंगे।"
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पार्टी का एकमात्र एजेंडा राज्य में कांग्रेस को 2028 के अगले विधानसभा चुनावों में फिर से सत्ता में वापस लाना है। दोनों नेताओं ने पुष्टि की कि उन्होंने स्थानीय निकाय चुनावों (Local Body Elections) पर रणनीति बनाई। 2028 के विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करने पर चर्चा की। यह तय किया कि वे साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीत सुनिश्चित करेंगे।
हाईकमान का फैसला सर्वोपरि
सिद्धारमैया ने हाईकमान (Congress High Command) के प्रति अपनी निष्ठा दोहराते हुए कहा, "हमने तय किया है कि हाईकमान जो भी कहेगा, हम उसे मानेंगे। कल से कोई कन्फ्यूजन (भ्रम) नहीं रहेगा। अभी भी कोई कन्फ्यूजन नहीं है कुछ मीडिया रिपोर्टर्स ने यह भ्रम पैदा किया है।" उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई अंदरूनी कलह नहीं है और ऐसी खबरें आधारहीन हैं।
विपक्ष पर सीधा निशाना: 'अविश्वास प्रस्ताव बेकार की कोशिश'
दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से विपक्ष, यानी भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल सेक्युलर (JDS) पर निशाना साधा। सिद्धारमैया ने कहा कि BJP और JDS को झूठे आरोप लगाने की आदत है। उन्होंने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (No-Confidence Motion) लाने की धमकी को खारिज करते हुए कहा- "उनके पास (BJP और JDS) पर्याप्त संख्या नहीं है। BJP के पास सिर्फ 60 विधायक हैं और JDS के पास 18 विधायक हैं। वे हमारी संख्या का मुकाबला नहीं कर सकते। हमारे पास 140 विधायक हैं।" उन्होंने इसे "बेकार की कोशिश" बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी झूठे आरोपों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर्नाटक में कांग्रेस की आंतरिक एकजुटता को दर्शाने और राज्य में प्रशासनिक स्थिरता का भरोसा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।