Edited By Anil dev,Updated: 25 Mar, 2019 04:51 PM
भारतीय वायुनसेना में शामिल हुए चिनूक (CHINOOK CH47I) ने देश की ताकत को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी कंपनी बोइंग की ओर से भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ चिनूक हेवी लिफ्ट की ताकत के लिए जाना जाता है।
नई दिल्ली: भारतीय वायुनसेना में शामिल हुए चिनूक (CHINOOK CH47I) ने देश की ताकत को और बढ़ा दिया है। अमेरिकी कंपनी बोइंग की ओर से भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ चिनूक हेवी लिफ्ट की ताकत के लिए जाना जाता है।
आइये जानते हैं किन खासियत को समेटे हुए है चिनूक...
- चिनूक का इस्तेमाल आपदा के समय में किया जा सकता है, इसकी मदद से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा सकती है।
- ये हेलीकॉप्टर लिफ्ट की ताकत के लिए जाना जाता है, इसके जरिए भारी सैन्य जरूरतों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकता है।
- ये वर्टिकल लिफ्ट प्लेटफॉर्म हेलीकॉप्टर है, जिसका इस्तेमाल सैनिकों, हथियारों, उपकरण और ईंधन ढोने में किया जा सकता है।
- इस हेलीकॉप्टर में इंटीग्रेटेड, डिजिटल कॉकपिट मैनेजमेंट सिस्टम, कॉमन एविएशन आर्किटेक्चर कॉकपिट और एडवांस्ड कार्गो-हैंडलिंग क्षमताएं हैं। इनसे हेलिकॉप्टर के प्रदर्शन और हैंडलिंग बेहतर होते हैं।
- ये लगभग 11 हजार किलो तक के हथियार और सैनिकों को आसानी से उठाने और उड़ान भरने में सक्षम है।
- 315 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाले इस खास हेलीकॉप्टर को मौजूदा समय में दुनिया के 26 देश इस्तेमाल करते हैं।
- सिर्फ दिन में नहीं, रात के वक्त भी सैन्य ऑपरेशन कर सकता है।
- ये किसी भी छोटे हैलीपैड़ पर उतारा जा सकता है। इसके साथ ही इसे घाटी में भी लैंड कराया जा कता है।
- बता दें कि भारत ने साल 2015 में 115 चिनूक हेलिकॉप्टरों का ऑर्डर अमेरिकी कंपनी बोइंग को दिया था। इनमें से 4 फरवरी में भारत पहुंच चुके हैैं। आज 4 हेलिकॉप्टर चंडीगढ़ स्थित वायुसेना स्टेशन पहुंच गए हैं।