Edited By Parveen Kumar,Updated: 19 Dec, 2025 06:07 PM

बिहार सहित देशभर में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। दिन और रात के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से एक बड़ा प्रशासनिक फैसला सामने आया है। जिलाधिकारी ने कड़ाके की...
नेशनल डेस्क: बिहार सहित देशभर में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। दिन और रात के तापमान में तेज गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से एक बड़ा प्रशासनिक फैसला सामने आया है। जिलाधिकारी ने कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। यह आदेश 21 दिसंबर तक लागू रहेगा और इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
डीएम का सख्त आदेश, सभी स्कूल रहेंगे बंद
फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी के निर्देश पर नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को 21 दिसंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) विश्वनाथ प्रताप सिंह ने सभी स्कूलों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रशासन ने साफ शब्दों में कहा है कि आदेशों की अनदेखी करने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर फैसला
बीएसए द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि मौसम विभाग की चेतावनी और पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। अत्यधिक ठंड, शीतलहर और घने कोहरे के कारण छात्रों को स्कूल आने-जाने में परेशानी हो सकती है। छात्रहित और उनके स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए 19 और 20 दिसंबर को अवकाश घोषित किया गया है। इसी के साथ 21 दिसंबर यह आदेश जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों, अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों और मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों पर लागू होगा।
शिक्षकों और कर्मचारियों को नहीं मिली छुट्टी
हालांकि छात्रों को राहत मिली है, लेकिन शिक्षकों और विद्यालय कर्मचारियों को अवकाश नहीं दिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी शिक्षक और अन्य कर्मचारी नियमित रूप से विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। उन्हें निर्वाचन कार्य, विभागीय कार्य और उच्चाधिकारियों द्वारा सौंपे गए दायित्वों का पालन करना होगा। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने पर संबंधित विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।