Edited By Pardeep,Updated: 01 Nov, 2025 10:18 PM

बिहार विधानसभा चुनाव के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है। एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने घुसपैठ, कानून-व्यवस्था, विकास, और रोजगार जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की।
नेशनल डेस्कः बिहार विधानसभा चुनाव के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है। एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने घुसपैठ, कानून-व्यवस्था, विकास, और रोजगार जैसे मुद्दों पर खुलकर बात की। शाह ने कहा कि अवैध घुसपैठ न केवल देश की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने वाला मुद्दा भी है।
“वोट का अधिकार सिर्फ भारतीय नागरिकों को”
गृह मंत्री शाह ने कहा कि विपक्षी दल अवैध घुसपैठियों को अपना वोट बैंक मानते हैं, लेकिन सरकार का रुख बिल्कुल साफ है, “भारत कोई धर्मशाला नहीं है। घुसपैठियों को न तो यहां बसने का अधिकार है और न ही वोट देने का।” उन्होंने कहा कि मतदाता सूची से अवैध नागरिकों के नाम हटाए जाएंगे, और उन्हें देश से बाहर भेजा जाएगा। शाह ने दावा किया कि मोदी सरकार का उद्देश्य है कि ‘भारत की सुरक्षा और जनसंख्या संतुलन’ पर कोई आंच न आए।
नक्सलवाद और मोकामा हत्याकांड पर बोले शाह
अमित शाह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में नक्सलवाद की कमर लगभग टूट चुकी है। सरकार ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास और कौशल विकास के लिए विशेष योजनाएं शुरू की हैं। मोकामा हत्याकांड पर उन्होंने कहा,“यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन अब बिहार में अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण नहीं मिलता। पहले जिस तरह ‘जंगल राज’ चलता था, वह अब इतिहास है।” उन्होंने कहा कि अब बिहार में चर्चा अपराध की नहीं, बल्कि सड़कों, पुलों, शिक्षा और रोजगार की होती है।
NDA में नीतीश के नेतृत्व पर स्पष्टता
शाह ने साफ कहा कि एनडीए (NDA) पूरी मजबूती से नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री का निर्णय चुनाव के बाद संवैधानिक प्रक्रिया के अनुसार किया जाएगा। शाह ने दावा किया कि —“NDA को बिहार में 160 से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद है। जनता ‘जंगल राज’ और अस्थिरता से मुक्ति चाहती है।”