Edited By vasudha,Updated: 07 Apr, 2021 01:09 PM
छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के बाद बंधक बनाए गए CRPF जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की पहली तस्वीर सामने आई है। खबरों की मानें तो नक्सलियों ने बीजापुर के पत्रकार को खुद ही यह तस्वीर भेजकर बताया है कि कमांडो सुरक्षित है। इसके साथ ही नक्सलियों ने जवान की...
जम्मू-कश्मीर: छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के बाद बंधक बनाए गए CRPF जवान राकेश्वर सिंह मन्हास की पहली तस्वीर सामने आई है। खबरों की मानें तो नक्सलियों ने बीजापुर के पत्रकार को खुद ही यह तस्वीर भेजकर बताया है कि कमांडो सुरक्षित है। इसके साथ ही नक्सलियों ने जवान की रिहाई के लिए कुछ शर्त भी रखी है। वहीं राकेश्वर सिंह का परिवार सरकार से जल्द से जल्द उन्हें नक्सलियों से छुड़ाने की अपील कर रहा है।
कमांडो की मां ने कहा कि सरकार कुछ कर रही है इसका हमें तब ही भरोसा होगा जब हमारा बेटा वापस आएगा। मिन्हास की पांच साल की बेटी श्रग्वी भी अपने पिता को मुक्त करने की गुहार लगा रही है। श्रग्वी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह कह रही है कि प्लीज मेरे पापा को छोड़ दो।" बच्ची रह-रहकर अपने पिता के घर लौटने की बात करती है और फिर मां की गोदी में आकर बैठ जाती है।
जम्मू-अखनूर रोड के बरनई क्षेत्र में मिन्हास के घर पर उनकी पत्नी मीनू ने संवाददाताओं से कहा कि हमें न्यूज चैनल से हमले की जानकारी मिली और पता चला कि वह लापता हैं। सरकार और सीआरपीएफ में से किसी ने हमें घटना की जानकारी नहीं दी।”जवान की पत्नी ने कहा कि उन्होंने जम्मू स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की। उन्हे बताया गया कि वह कोई भी जानकारी साझा नहीं कर सकते, तस्वीर साफ होने के बाद वे बताएंगे। मीनू अपनी बेटी को गोद में लेकर उसके पति के सुरक्षित लौटने का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने बताया कि एक अधिकारी उनके घर पर आए थे और आश्वासन देकर चले गए।
मीनू ने कहा कि मिन्हास से उनकी आखिरी बातचीत शुक्रवार को रात साढ़े नौ बजे हुई थी, जब वह ड्यूटी के लिए रवाना हो रहे थे।उन्होंने कहा कि उनके पति ने देश की 10 साल तक सेवा की और अब सरकार की बारी है कि वह उन्हें सुरक्षित वापस लाए। सीआरपीएफ की बटालियन पर किए गए हमले में कम से कम 22 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए हैं और नक्सलियों का दावा है कि मिन्हास उनके कब्जे में हैं।