Edited By Rohini Oberoi,Updated: 30 Dec, 2025 03:47 PM

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और घंटों एक ही जगह बैठकर काम करने की आदत ने कमर दर्द को आम बना दिया है लेकिन अगर यह दर्द कमर से शुरू होकर आपके कूल्हों के रास्ते पैरों के नीचे तक जा रहा है तो इसे सामान्य दर्द समझकर नजरअंदाज न करें। यह साइटिका (Sciatica)...
Health Alert : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और घंटों एक ही जगह बैठकर काम करने की आदत ने कमर दर्द को आम बना दिया है लेकिन अगर यह दर्द कमर से शुरू होकर आपके कूल्हों के रास्ते पैरों के नीचे तक जा रहा है तो इसे सामान्य दर्द समझकर नजरअंदाज न करें। यह साइटिका (Sciatica) हो सकता है जो शरीर की सबसे लंबी नस में खराबी का संकेत है।
क्या है साइटिका और यह दर्द क्यों होता है?
हमारे शरीर में साइटिका नर्व (Sciatic Nerve) सबसे लंबी और मोटी नस होती है। यह नस रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से (Lower Spine) से पांच अलग-अलग नसों के मेल से बनती है और कूल्हों से होते हुए दोनों पैरों के पिछले हिस्से तक जाती है। जब इस नस पर किसी कारण से सूजन आती है या दबाव पड़ता है तो तेज दर्द शुरू हो जाता है। इसे ही मेडिकल भाषा में साइटिका कहा जाता है।

साइटिका के प्रमुख लक्षण: इन्हें पहचानें
साइटिका का दर्द अन्य जोड़ों के दर्द से काफी अलग होता है। यह आमतौर पर शरीर के किसी एक हिस्से (दाएं या बाएं पैर) को प्रभावित करता है। कई मरीज इसे करंट या बिजली के तेज झटके जैसा महसूस करते हैं। पैरों में झुनझुनी होना, सुन्न पड़ जाना या चलते समय कमजोरी महसूस होना इसके बड़े लक्षण हैं। लंबे समय तक बैठने या खांसने-छींकने पर यह दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है।

साइटिका होने की 3 मुख्य वजहें
1. हर्नियेटेड डिस्क (Herniated Disc): रीढ़ की हड्डी के बीच मौजूद डिस्क कुशन का काम करती हैं। जब कोई डिस्क चोट या दबाव के कारण फट जाती है तो उसके अंदर का तरल पदार्थ बाहर निकलकर साइटिका नस को दबाने लगता है। यह साइटिका का सबसे सामान्य कारण है।
2. रीढ़ की हड्डी में चोट: किसी दुर्घटना या गिरने की वजह से यदि रीढ़ के निचले हिस्से (Lumbar Region) पर गंभीर चोट आती है तो नसें दब सकती हैं जिससे साइटिका की समस्या पैदा हो जाती है।
3. ऑस्टियोआर्थराइटिस (गठिया): हड्डियों के जोड़ों के बीच एक कार्टिलेज नाम की चिकनी परत होती है। उम्र बढ़ने या बीमारी के कारण जब यह परत घिस जाती है तो हड्डियां आपस में टकराने लगती हैं। रीढ़ की हड्डी में यह समस्या साइटिका नस पर दबाव डालती है।