Edited By Parveen Kumar,Updated: 17 Jul, 2025 07:14 PM

अमरनाथ यात्रा पवित्र गुफा के रास्ते में खराब मौसम और भूस्खलन के कारण कुछ समय के लिए स्थगित रही, लेकिन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तीर्थयात्री राम प्रसाद ने अपनी भक्ति से हर बाधा को पार कर दिया। उन्होंने 5 अप्रैल से तमिलनाडु के रामेश्वरम से शुरू...
नेशनल डेस्क: अमरनाथ यात्रा पवित्र गुफा के रास्ते में खराब मौसम और भूस्खलन के कारण कुछ समय के लिए स्थगित रही, लेकिन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तीर्थयात्री राम प्रसाद ने अपनी भक्ति से हर बाधा को पार कर दिया। उन्होंने 5 अप्रैल से तमिलनाडु के रामेश्वरम से शुरू की गई अपनी पैदल यात्रा के बाद करीब 7000 किलोमीटर का सफर तय कर गुरुवार (17 जुलाई) को अमरनाथ धाम पहुंचकर बाबा के दर्शन किए।
राम प्रसाद ने बताया, "मैंने 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक रामेश्वरम से अपनी यात्रा शुरू की। करीब 111 दिनों की यात्रा के बाद सावन के पहले सोमवार को पहलगाम पहुंचा, जो मेरी यात्रा का आधार शिविर है।"
उन्होंने आगे कहा कि वह पवित्र गुफा में शिवलिंग पर पवित्र जल चढ़ाने का इच्छुक थे, लेकिन समय की वजह से वे केवल पहलगाम पहुंच सके। "मैं अब यह जल बाबा के नंदी को अर्पित करूंगा, जो इसे स्वयं भगवान तक पहुंचाएगा। मुझे खुशी है कि मैं अपनी यात्रा पूरी कर पाया।"
राम प्रसाद ने उन यात्रियों से भी अपील की जो पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई सुरक्षा चिंताओं के कारण यात्रा करने से डर रहे हैं। उन्होंने कहा, "यहां हर जगह सेना तैनात है, सुरक्षा मजबूत है। मैं सभी से कहता हूं कि वे डरें नहीं और बाबा के दर्शन अवश्य करें।"
जानकारी के मुताबिक, अमरनाथ यात्रा के पहले पंद्रह दिनों में अब तक 2 लाख 51 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए हैं। यात्रा शुरू होने से पहले सुरक्षा को लेकर आशंकाएं थीं, लेकिन स्थानीय लोगों और अधिकारियों के सहयोग से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अमरनाथ धाम पहुंच रहे हैं, जिससे सभी आशंकाएं निराधार साबित हुई हैं।