Edited By vasudha,Updated: 08 Dec, 2019 10:46 AM
हमारे समाज में लगातार बढ़ रही यौन हिंसा जैसी घटनाएं देश को शर्मिंदा कर रही है। बलात्कार जैसी घटनाओं को लेकर जमकर आवाज बुलंद की जा रही है और कहीं न कहीं पुलिस को इसका जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है। लेकिन इस बीच सवाल यह है कि यौन हिंसा जैसे घिनौने अपराध...
नेशनल डेस्क: हमारे समाज में लगातार बढ़ रही यौन हिंसा जैसी घटनाएं देश को शर्मिंदा कर रही है। बलात्कार जैसी घटनाओं को लेकर जमकर आवाज बुलंद की जा रही है और कहीं न कहीं पुलिस को इसका जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है। लेकिन इस बीच सवाल यह है कि यौन हिंसा जैसे घिनौने अपराध होते ही क्यों है? इसका जवाब दिया है बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय (Gupteshwar Pandey) ने जिनका एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह देश की कड़ी सच्चाई उजागर कर रहे हैं।
दरअसल डीजीपी का यह वीडियो पुराना लेकिन यह इन दिनों खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक पत्रकार के सवाल पर भड़कते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने देश में बढ़ रहे अपराध को लेकर कहा कि अपराध को कम करने की जिम्मेदारी केवल पुलिस की नहीं है समाज की भी है। कभी जाति के नाम पर, मज़बह के नाम पर अपराधी का समर्थन करते हो। अपराधी को हीरो बनाते हो, उसकी पूजा करते हो, माला पहनाते हो और फिर अपराध रोकने की बात करते हो।
डीजीपी ने कहा कि अपराध होता है, तो पुलिस का काम है उसे रोकना और अगर नहीं रोक पाई तो उसको डिटेक्ट करना। पर अपराध रुक नहीं सकता, क्योंकि 15-20 साल के लड़के स्मैक, चरस, गांजा खा-पी रहे हैं।समाज के सब लोगों को उठाना होगा और अपराध के खिलाफ लड़ना होगा। उन्होने कहा कि कौनसा आदमी गारंटी देता है कि अब अपराध नहीं होगा।