Edited By Utsav Singh,Updated: 05 Aug, 2024 05:55 PM
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, और देश में अब अंतरिम सरकार शासन की बागडोर संभालेगी। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज़-जमान ने सोमवार को इस स्थिति की पुष्टि की।
बांग्लादेश : बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है, और देश में अब अंतरिम सरकार शासन की बागडोर संभालेगी। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज़-जमान ने सोमवार को इस स्थिति की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि उन्होंने राजनीतिक दलों के नेताओं से बात की है और उन्हें सूचित किया है कि सेना कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी।
भारत ने बढ़ाया सुरक्षा सतर्कता
बांग्लादेश में बदलती स्थिति के मद्देनजर, भारत ने अपनी सीमा सुरक्षा को मजबूत किया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांग्लादेश सीमा के 4,096 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में सभी यूनिट को हाई अलर्ट पर रखा है। BSF के कार्यवाहक महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी और सीनियर अधिकारी कोलकाता पहुंच गए हैं, जहां भारत-बांग्लादेश सीमा सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।
भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा पर सलाह
भारत ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एक विशेष सलाह जारी की है। इस सलाह में नागरिकों से कहा गया है कि वे बांग्लादेश में हालिया हिंसा की घटनाओं के कारण अत्यधिक सावधानी बरतें और अपनी आवाजाही सीमित रखें।
विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श जारी करते हुए भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे बांग्लादेश की यात्रा से बचें। परामर्श में कहा गया है, "वर्तमान घटनाक्रम को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अगले आदेश तक बांग्लादेश की यात्रा न करें। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी आवाजाही को सीमित रखने और ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की हिदायत दी जाती है।"
शेख हसीना के भारत पहुंचने की खबर
रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक हेलीकॉप्टर के जरिए त्रिपुरा की राजधानी अगरतला की ओर उड़ान भरी है। हालांकि, इस खबर की आधिकारिक पुष्टि विदेश मंत्रालय या अगरतला के स्थानीय अधिकारियों ने अभी तक नहीं की है। त्रिपुरा के गृह सचिव पी.के. चक्रवर्ती ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। निजी टेलीविजन चैनल जमुना ने यह जानकारी दी है कि शेख हसीना ने विवादित आरक्षण व्यवस्था के खिलाफ देशभर में व्यापक प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया। इन विरोध प्रदर्शनों में रविवार से अब तक 106 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
हिंसा की लहर फैलने का कारण
बांग्लादेश में हिंसा की लहर फैलने का कारण यह है कि प्रदर्शनकारी 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। पहले जब हिंसा भड़की थी, तो कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था। बावजूद इसके, हिंसा का सिलसिला थम नहीं पाया और प्रदर्शनकारी अब प्रधानमंत्री शेख हसीना से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।इस स्थिति के चलते अब तक 11,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशनों, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और नेताओं के आवासों पर हमले किए हैं, और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया है। सुरक्षा स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सरकार ने प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, मैसेंजर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम को बंद करने का आदेश जारी किया है।