Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 Dec, 2025 10:59 AM

अमेरिका घूमने का सपना देखने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए अब एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया गया है। अगर किसी का मुख्य मकसद सिर्फ यही है कि वहां जाकर बच्चा पैदा किया जाए और जन्मसिद्ध नागरिकता का लाभ लिया जाए, तो उन्हें निराशा हाथ लगेगी। अमेरिकी...
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका घूमने का सपना देखने वाले भारतीय पर्यटकों के लिए अब एक महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया गया है। अगर किसी का मुख्य मकसद सिर्फ यही है कि वहां जाकर बच्चा पैदा किया जाए और जन्मसिद्ध नागरिकता का लाभ लिया जाए, तो उन्हें निराशा हाथ लगेगी। अमेरिकी अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इस तरह की यात्रा के इरादे रखने वालों को Tourist Visa नहीं मिलेगा। यह कदम अमेरिकी इमिग्रेशन नीति में एक बड़े बदलाव का हिस्सा है, जो दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है।
नियम क्या कहता है?
अमेरिकी दूतावास ने भारत में सोशल मीडिया और अपने पोर्टल के जरिए याद दिलाया कि वीज़ा अधिकारी यात्रा के उद्देश्य को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। अगर कोई ऐसा लगता है कि उसकी मुख्य योजना बच्चे को अमेरिका में जन्म देना और उसे अमेरिकी नागरिक बनवाना है, तो उसका वीज़ा तुरंत अस्वीकृत कर दिया जाएगा। यह नियम नया नहीं है, लेकिन अब इसे और कड़ाई से लागू किया जा रहा है।
ट्रंप प्रशासन का बड़ा कदम
अमेरिका में जन्मसिद्ध नागरिकता लंबे समय से विवाद का विषय रही है। हाल ही में, 20 जनवरी को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें कहा गया कि सिर्फ अमेरिका में जन्म लेने के आधार पर किसी बच्चे को नागरिकता नहीं दी जानी चाहिए, खासकर जब माता-पिता वहां अस्थायी या गैरकानूनी स्थिति में हों। इस आदेश की संवैधानिकता अब सुप्रीम कोर्ट की समीक्षा के तहत है। अगर कोर्ट ट्रंप के पक्ष में फैसला करता है, तो यह 125 साल पुराने कानून में बड़ा बदलाव ला सकता है।
क्यों कड़ा रुख अपनाया गया?
ट्रंप का कहना है कि जन्मसिद्ध नागरिकता का दुरुपयोग अमेरिका के संसाधनों पर भारी बोझ डाल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह अधिकार मूल रूप से गृहयुद्ध के समय अफ्रीकी-अमेरिकियों के संरक्षण के लिए बनाया गया था, लेकिन अब इसे गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है।