Edited By Rohini Oberoi,Updated: 01 Sep, 2025 04:59 PM

दुनियाभर में लाखों लोग दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचने के लिए रोज एस्पिरिन लेते हैं लेकिन अब एक नए शोध ने इलाज की दिशा बदल दी है। एक बड़ी स्टडी में यह सामने आया है कि क्लोपिडोग्रेल (Clopidogrel) नाम की दवा एस्पिरिन से कहीं ज्यादा असरदार है और इसका...
नेशनल डेस्क। दुनियाभर में लाखों लोग दिल के दौरे और स्ट्रोक से बचने के लिए रोज एस्पिरिन लेते हैं लेकिन अब एक नए शोध ने इलाज की दिशा बदल दी है। एक बड़ी स्टडी में यह सामने आया है कि क्लोपिडोग्रेल (Clopidogrel) नाम की दवा एस्पिरिन से कहीं ज्यादा असरदार है और इसका खतरा भी कम है। इस खोज ने मेडिकल गाइडलाइंस में बड़े बदलाव की उम्मीद जगा दी है।
क्यों बेहतर है क्लोपिडोग्रेल?
एस्पिरिन दशकों से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के लिए पहली पसंद रही है क्योंकि यह खून को पतला करके धमनियों में ब्लॉकेज को रोकती है। हालांकि दुनिया के सबसे बड़े हार्ट कॉन्फ्रेंस में पेश किए गए एक नए रिसर्च ने यह साबित कर दिया है कि क्लोपिडोग्रेल ज्यादा सुरक्षित और प्रभावी है।
14% ज्यादा सुरक्षा: 29,000 से ज्यादा मरीजों पर की गई इस स्टडी के मुताबिक क्लोपिडोग्रेल ने हार्ट अटैक, स्ट्रोक और कार्डियोवैस्कुलर मौत के खतरे को एस्पिरिन की तुलना में 14% ज्यादा कम किया।
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साइड इफेक्ट्स में समानता: सबसे अच्छी बात यह है कि ब्लीडिंग जैसे साइड इफेक्ट्स का खतरा दोनों दवाओं में लगभग बराबर था जिससे क्लोपिडोग्रेल एक सुरक्षित विकल्प साबित होती है।
दुनिया भर के मरीजों के लिए उम्मीद
यह शोध दुनियाभर के करोड़ों मरीजों के लिए एक बड़ी खबर है जो कोरोनरी आर्टरी डिजीज (CAD) से जूझ रहे हैं। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के वैज्ञानिक प्रो. ब्रायन विलियम्स ने कहा है कि एस्पिरिन लंबे समय से इस्तेमाल हो रही है लेकिन क्लोपिडोग्रेल एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प हो सकता है। चूंकि यह जेनेरिक रूप में भी उपलब्ध है और इसकी कीमत भी कम है तो उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह दवा हार्ट अटैक और स्ट्रोक से बचाव के लिए डॉक्टरों की पहली पसंद बन सकती है। हालांकि नए गाइडलाइंस बड़े स्तर पर और रिसर्च के बाद ही तय किए जाएंगे।