Edited By Parveen Kumar,Updated: 05 Sep, 2025 07:43 PM

देश की जनता को महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव किया है। बुधवार को हुई जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई वस्तुओं पर टैक्स कम करने का ऐलान किया।
नेशनल डेस्क: देश की जनता को महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में बड़ा बदलाव किया है। बुधवार को हुई जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई वस्तुओं पर टैक्स कम करने का ऐलान किया। आइए जानते है जीएसटी की इस बैठक में कंडोम के दाम क्यों नहीं कम हुए...
जीएसटी दरों में हुआ बड़ा बदलाव
सरकार ने 12% जीएसटी स्लैब में आने वाली लगभग 99% वस्तुओं को अब घटाकर 5% टैक्स स्लैब में कर दिया है। इसी तरह 28% जीएसटी स्लैब की 90% चीजों को 18% स्लैब में शामिल किया गया है, जिससे कई उत्पाद सस्ते हो जाएंगे।
कंडोम क्यों नहीं हुआ सस्ता?
जीएसटी दरों में इस बड़ी कटौती के बावजूद, कंडोम की कीमतों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। इसका कारण यह है कि कंडोम पहले से ही 0% जीएसटी स्लैब में आते हैं, यानी इन पर सरकार कोई टैक्स नहीं लगाती है। सरकार ने स्वास्थ्य और परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए कंडोम को शुरू से ही टैक्स-फ्री रखा हुआ है।
फिर भी महंगे क्यों हैं कंडोम?
भले ही कंडोम पर जीएसटी नहीं लगता, फिर भी कई बार वे महंगे लग सकते हैं। इसके कुछ मुख्य कारण हैं:
- आयात शुल्क: भारत में कंडोम का एक बड़ा हिस्सा विदेशों से आयात किया जाता है। इस पर लगने वाला आयात शुल्क और परिवहन लागत कीमत बढ़ा देती है।
- रिसर्च और गुणवत्ता खर्च: कंडोम के निर्माण के दौरान अनुसंधान और गुणवत्ता जांच पर काफी खर्च होता है, जो अंतिम कीमत में जुड़ जाता है।
- पैकेजिंग और मार्केटिंग: आकर्षक पैकेजिंग और बड़े ब्रांड्स द्वारा किए जाने वाले महंगे विज्ञापन और मार्केटिंग खर्च का बोझ भी ग्राहकों पर पड़ता है।
- प्रीमियम प्रोडक्ट्स: अलग-अलग ब्रांड्स और उनकी वैरायटी (जैसे प्रीमियम कंडोम) के कारण भी कीमतों में अंतर देखने को मिलता है।