Edited By Shubham Anand,Updated: 15 Sep, 2025 07:39 PM

क्रेडिफिन लिमिटेड ने शल्य गुप्ता को 5 वर्षों के लिए प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है। कंपनी अचल संपत्ति पर बंधक ऋण और ई-वाहनों के लिए कर्ज प्रदान करती है। गुप्ता कंपनी के सीईओ भी हैं और वित्त, प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 15 वर्षों से अधिक अनुभव रखते हैं।...
नेशनल डेस्क : मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया में सूचीबद्ध एक एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी), क्रेडिफिन लिमिटेड (पूर्व में पीएचएफ लीजिंग लिमिटेड) ने शल्य गुप्ता को प्रबंध निदेशक नियुक्त करने की घोषणा की है। निदेशक मंडल की बैठक में गुप्ता को 5 वर्षों के लिए प्रबंध निदेशक नियुक्त करने का निर्णय लिया गया। क्रेडिफिन लिमिटेड का मुख्यालय जालंधर में है और इसका कॉर्पोरेट कार्यालय दिल्ली-एनसीआर में है।
भारतीय रिजर्व बैंक के साथ 1998 से पंजीकृत क्रेडिफिन लिमिटेड एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी है। यह अचल संपत्ति पर बंधक ऋण (एलएपी) और ई-वाहनों, मुख्यतः ई-रिक्शा, ई-लोडर और दुपहिया ईवी वाहनों के लिए कर्ज देती है। क्रेडिफिन लिमिटेड विभिन्न क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहन अपनाये जाने के लिए प्रतिबद्ध है। इनमें लॉजिस्टिक्स, अंतिम-मील डिलीवरी और ग्रामीण एवं शहरी परिवहन शामिल हैं।
शल्य गुप्ता इस समय क्रेडिफिन लिमिटेड के सीईओ हैं। उन्हें वित्त, प्रौद्योगिकी और सामाजिक क्षेत्रों में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उनकी विशेषज्ञता जटिल व्यावसायिक चुनौतियों का निपटारा करने वाले अभिनव समाधान तैयार करने में है। वित्तीय क्षेत्र में, उन्होंने विभिन्न पदों पर अग्रणी बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ काम किया है। इनमें जोखिम प्रबंधन, निवेश बैंकिंग और कॉर्पोरेट फाइनेंस शामिल हैं। उन्हें वित्तीय साधनों और बाजारों की गहरी समझ है और उन्होंने ग्राहकों को जटिल वित्तीय लेन-देन पर सलाह दी है।
2022 में कंपनी से जुड़ने के बाद से कंपनी के विकास और लाभदेयता में वृद्धि के लिए गुप्ता रणनीतियों के विकास और उन्हें लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करते रहे हैं कि परिचालन दक्षता और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए तकनीक का प्रभावी ढंग से उपयोग किया जाए। एक व्यापक ऋण जोखिम प्रबंधन संरचना के विकास का भी उन्होंने नेतृत्व किया है। इससे कंपनी ऋण जोखिम की पहचान, निगरानी और प्रबंधन का काम अधिक कुशलता से कर सकी। सीईओ के रूप में उनके नेतृत्व में कंपनी ने 2025-26 की पहली तिमाही में अपना एयूएम (ऐसेट अंडर मैनेजमेंट) बढ़ाकर ₹375 करोड़ से ज्यादा कर लिया।
क्रेडिफिन लिमिटेड (पूर्व में पीएचएफ लीजिंग लिमिटेड) के बारे में:
क्रेडिफिन लिमिटेड (पूर्व में पीएचएफ लीजिंग लिमिटेड) की स्थापना 1992 में हुई थी। यह भारत के मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध एक एनबीएफसी (गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी) है। इसका मुख्यालय जालंधर में है और कॉर्पोरेट कार्यालय दिल्ली-एनसीआर में है। कंपनी 1998 से भारतीय रिजर्व बैंक के साथ पंजीकृत है। इसके उत्पाद पोर्टफोलियो में अचल संपत्ति पर सुरक्षित एमएसएमई बंधक ऋण (एलएपी) और ई-वाहनों, मुख्य रूप से ई-रिक्शा, ई-लोडर तथा दुपहिया ईवी वाहनों का वित्तपोषण शामिल है।
देश के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में काम कर रही क्रेडिफिन आज 200 से अधिक स्थानों पर मौजूद है और 750 से अधिक लोगों को रोजगार देती है। क्रेडिफिन ने 2025-26 की अपनी पहली तिमाही को 375 करोड़ रुपये से अधिक के एयूएम के साथ समाप्त किया।