Edited By Pardeep,Updated: 28 Nov, 2025 06:12 AM

देश में इस समय सबसे ज़्यादा प्रदूषित हवा नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दर्ज की गई है। नोएडा का AQI 406 और ग्रेटर नोएडा का AQI 386 है। दोनों ही शहर “गंभीर (Severe)” श्रेणी में आते हैं, जिसका मतलब है कि हवा इतनी खराब है कि स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में...
नेशनल डेस्कः देश में इस समय सबसे ज़्यादा प्रदूषित हवा नोएडा और ग्रेटर नोएडा में दर्ज की गई है। नोएडा का AQI 406 और ग्रेटर नोएडा का AQI 386 है। दोनों ही शहर “गंभीर (Severe)” श्रेणी में आते हैं, जिसका मतलब है कि हवा इतनी खराब है कि स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
हरियाणा का धारूहेड़ा (AQI 386), दिल्ली (AQI 385) और मानेसर (AQI 368) भी बेहद प्रदूषित हवा में सांस ले रहे हैं। सोनीपत (349) और गाजियाबाद (353) भी “बहुत खराब” एयर क्वालिटी की श्रेणी में हैं। स्पष्ट है कि पूरा NCR इस समय देश की सबसे खराब हवा झेल रहा है।

इतनी खराब हवा से क्या-क्या नुकसान हो सकता है?
खराब हवा में मौजूद PM2.5, PM10, NO₂, SO₂ और अन्य जहरीले कण शरीर के लगभग हर सिस्टम को प्रभावित करते हैं।
1. सांस से जुड़ी बीमारियां
लगातार खांसी, गले में जलन, दमा का दौरा, फेफड़ों की क्षमता कम होना और COPD जैसी गंभीर बीमारियां।
2. दिल से जुड़ी समस्याएं
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हार्ट अटैक का खतरा बढ़ना
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ब्लड प्रेशर बढ़ना
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स्ट्रोक की आशंका
3. कैंसर का खतरा
PM2.5 और NO₂ जैसे कण लंबी अवधि में फेफड़ों और अन्य अंगों के कैंसर का जोखिम बढ़ाते हैं।
4. दिमाग पर असर
लंबे समय तक खराब हवा:
5. त्वचा संबंधी समस्याएं
कैसे बचें इस जहरीली हवा से? (व्यावहारिक उपाय)
बाहर जाते समय N95 या KN95 मास्क पहनें। सुबह–शाम बाहर व्यायाम न करें। एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें। घर में पौधे जैसे स्नेक प्लांट, पीस लिली रखें। गाड़ी का कम इस्तेमाल करें। पानी ज़्यादा पीएं ताकि टॉक्सिन बाहर निकलें और बुजुर्ग, बच्चे और अस्थमा मरीज विशेष सावधानी रखें।