Edited By Anu Malhotra,Updated: 11 Nov, 2025 08:17 AM

दिल्ली की ऐतिहासिक धरोहर, लाल किला — जहां रोज़ाना हज़ारों सैलानी आते हैं — सोमवार की शाम दहशत से भर उठा। भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई एक भीषण कार ब्लास्ट ने आठ ज़िंदगियों को लील लिया और कई लोगों को घायल कर दिया। जांच एजेंसियों ने अब उस व्यक्ति की...
नेशनल डेस्क: दिल्ली की ऐतिहासिक धरोहर, लाल किला — जहां रोज़ाना हज़ारों सैलानी आते हैं — सोमवार की शाम दहशत से भर उठा। भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई एक भीषण कार ब्लास्ट ने आठ ज़िंदगियों को लील लिया और कई लोगों को घायल कर दिया। जांच एजेंसियों ने अब उस व्यक्ति की पहचान कर ली है, जो इस भयावह घटना से ठीक पहले कार चलाते हुए कैमरे में कैद हुआ था।
CCTV में दिखा संदिग्ध डॉक्टर उमर
जांच के अनुसार, यह कार एक ह्युंडई i20 थी, जिसे दोपहर 3:19 बजे सुनेहरी मस्जिद के पास पार्क किया गया था। करीब तीन घंटे बाद, शाम 6:48 बजे वाहन पार्किंग से निकलते ही विस्फोट हुआ। फुटेज में शुरुआत में चालक का चेहरा साफ़ दिख रहा है, जबकि आगे बढ़ते ही एक नकाबपोश व्यक्ति स्टीयरिंग संभालता दिखाई देता है। माना जा रहा है कि वही डॉ. मोहम्मद उमर है — फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा एक फरार संदिग्ध।
फरीदाबाद से शुरू हुआ सिलसिला, दिल्ली में खत्म हुआ कहर
सूत्रों का कहना है कि उमर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। उसी दिन फरीदाबाद में हुई कुछ गिरफ़्तारियों से घबराकर उसने जल्दबाज़ी में यह हमला अंजाम दिया। शुरुआती जांच में यह पुष्टि हुई है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट और फ्यूल ऑयल का मिश्रण इस्तेमाल किया गया था, जिससे विस्फोट की तीव्रता बहुत अधिक थी।

कार का रहस्यमय सफ़र
यह वही कार है जो पहले मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी। बाद में यह वाहन कई बार हाथ बदलता गया — कभी नदीम, फिर रॉयल कार ज़ोन (फरीदाबाद सेक्टर-37) के पास पहुंचा। आखिरकार इसे पुलवामा निवासी तारिक ने खरीदा, और बाद में डॉ. उमर तक यह कार पहुंची। पुलिस के मुताबिक, धमाके के बाद से ही तारिक और उससे जुड़े अन्य संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गाड़ी को आखिरी बार बदरपुर बॉर्डर से शहर में प्रवेश करते देखा गया था। अब तक सौ से अधिक CCTV रिकॉर्डिंग्स खंगाली जा चुकी हैं ताकि वाहन की पूरी रूट-ट्रेल का पता लगाया जा सके।
मौत के मंजर की दास्तान
धमाका इतना तेज़ था कि इसकी गूंज आईटीओ तक सुनाई दी। आसपास खड़ी कई गाड़ियों के शीशे टूट गए और लाल किला मेट्रो स्टेशन के कांच के पैनल चकनाचूर हो गए। मौके से आठ शव बरामद हुए, जिनमें से केवल दो की पहचान हो पाई है। शेष शवों की पहचान DNA जांच से की जाएगी। एक अलग बॉडी पार्ट भी बरामद हुआ है, जिससे जांच और जटिल हो गई है। पुलिस ने इस वारदात को आतंकी हमला मानते हुए UAPA की धारा 16 और 18, साथ ही Explosive Substances Act की धारा 3 और 4, तथा हत्या व हत्या के प्रयास की धाराएँ जोड़ी हैं।
दिल्ली अलर्ट पर
धमाके के बाद पूरी दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सभी बॉर्डर प्वाइंट्स पर वाहनों की सघन जांच जारी है। मंगलवार को चांदनी चौक बाज़ार को एहतियातन बंद रखा जाएगा फॉरेंसिक टीम विस्फोट स्थल से मिले जैविक नमूनों की जांच कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि धमाके के वक्त कार में कौन था। सूत्रों का मानना है कि उमर ने संभवतः फिदायीन (आत्मघाती) शैली में यह वारदात अंजाम दी।