Edited By Shubham Anand,Updated: 15 Oct, 2025 07:26 PM

बरसात के मौसम में डेंगू और टाइफाइड के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों बीमारियों का एक साथ संक्रमण (को-इंफेक्शन) बेहद खतरनाक साबित हो सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए। डेंगू से प्लेटलेट्स घटते हैं, जबकि टाइफाइड...
नेशनल डेस्क : बारिश और बदलते मौसम के साथ डेंगू और टाइफाइड के मामलों में तेजी देखी जा रही है। डेंगू एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जबकि टाइफाइड दूषित पानी और भोजन से होता है। हाल के दिनों में कुछ मरीजों में दोनों बीमारियों का एक साथ संक्रमण (को-इंफेक्शन) देखा गया है, जो कमजोर इम्यूनिटी वालों, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
डेंगू और टाइफाइड का को-इंफेक्शन कितना खतरनाक?
आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ. सुभाष गिरी ने बताया कि डेंगू और टाइफाइड का एक साथ होना स्थिति को और जटिल बना देता है। डेंगू एक वायरल और टाइफाइड एक बैक्टीरियल संक्रमण है, जो अलग-अलग तरीकों से शरीर को प्रभावित करते हैं। दोनों में तेज बुखार, सिरदर्द, पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षण आम हैं, लेकिन को-इंफेक्शन में ये लक्षण अधिक गंभीर और लंबे समय तक रहते हैं।
डेंगू से प्लेटलेट्स कम होने के कारण ब्लीडिंग और कमजोरी बढ़ सकती है, जबकि टाइफाइड पाचन तंत्र को प्रभावित कर भूख न लगना और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं पैदा करता है। डॉ. गिरी ने चेतावनी दी कि समय पर इलाज न होने पर मरीज की हालत गंभीर हो सकती है, और अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है। को-इंफेक्शन के इलाज में दोनों बीमारियों के लिए अलग-अलग दवाओं का संयोजन और विशेष सावधानी जरूरी है।
क्यों बढ़ रहा है खतरा?
उच्च तापमान और नमी मच्छरों की संख्या बढ़ाते हैं, जिससे डेंगू का जोखिम बढ़ता है। वहीं, गंदा पानी और असुरक्षित भोजन टाइफाइड के प्रसार का कारण बनता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग, खासकर बच्चे और बुजुर्ग, इन बीमारियों की चपेट में आसानी से आ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बदलते मौसम और अनहाइजीनिक लाइफस्टाइल इन बीमारियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
बचाव के उपाय
मच्छरों से सुरक्षा: मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें। घर व आसपास जलभराव न होने दें।
साफ पानी और भोजन: केवल शुद्ध पानी पिएं और सुरक्षित भोजन का सेवन करें।
साफ-सफाई: घर और आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ रखें।
विशेष देखभाल: बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करें।
टीकाकरण: डेंगू और टाइफाइड के टीके समय पर लगवाएं।
तुरंत चिकित्सा: बुखार, कमजोरी, पेट दर्द या अन्य गंभीर लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।