Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Feb, 2023 03:41 PM

नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की योजना अगले एक-दो साल में 400 तकनीकी कर्मियों की भर्ती कर इनकी संख्या 1,100 करने और कार्यालयों की संख्या बढ़ाकर 19 करने की है।
नेशनल डेस्क: नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की योजना अगले एक-दो साल में 400 तकनीकी कर्मियों की भर्ती कर इनकी संख्या 1,100 करने और कार्यालयों की संख्या बढ़ाकर 19 करने की है। DGCA के प्रमुख अरुण कुमार ने बताया कि नियामक सुरक्षा निरीक्षण क्षमताओं को मजबूत कर रहा है। कुमार लगभग चार साल तक इस पद पर सेवा करने के बाद 28 फरवरी को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल को उतार-चढ़ाव से भरपूर बताया, जिसमें विमानन सुरक्षा में सुधार के लिए कई कदम उठाए गए और DGCA को स्पाइसजेट के मामले में इंजन व सुरक्षा को लेकर व अन्य कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा।
भारत ने विमानन सुरक्षा निगरानी रैंकिंग में 112वें स्थान से बड़ी छलांग लगाते हुए 55वां स्थान हासिल किया है। कुमार ने साक्षात्कार के दौरान बताया कि देश की विमानन सुरक्षा निगरानी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार हुआ है और डीजीसीए ने अपने वार्षिक निगरानी कार्यक्रम में चार हजार से ज्यादा बिंदुओं की जांच, निरीक्षण या रात्रि निगरानी की।”
इस समय DGCA में लगभग 1,300 कर्मी हैं, जिनमें 700 तकनीकी कर्मी हैं। उन्होंने कहा कि अगले एक-दो साल में तकनीकी कर्मियों की संख्या में 400 की और वृद्धि हो सकती है... साथ ही विभिन्न स्थानों पर DGCA के कार्यालयों की संख्या 14 से बढ़ाकर 19 की जाएगी। कार्यकाल के बारे में पूछने पर 1989 के हरियाणा कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी कुमार ने कहा कि उनका कार्यकाल उतार-चढ़ाव भरा रहा।