करवा चौथ पर मुस्लिमों से न लगवाएं मेहंदी, हाथों में लाठियां... बाजारों में घूम रहीं महिलाओं ने दी चेतावनी

Edited By Updated: 08 Oct, 2025 10:25 PM

don t get mehndi applied by muslims on karwa chauth

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक अजीब और चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां करवा चौथ जैसे पारंपरिक और शुभ त्योहार को भी धार्मिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक अजीब और चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं। यहां करवा चौथ जैसे पारंपरिक और शुभ त्योहार को भी धार्मिक और राजनीतिक रंग देने की कोशिश की जा रही है।

महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं का विवादित दावा

दरअसल, क्रांति सेना की महिला मोर्चा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरी हैं, हाथों में लाठियां लेकर। उनका दावा है कि करवा चौथ पर हिंदू बहन-बेटियों के हाथों में मेहंदी लगाने वाले मुस्लिम युवक किसी साजिश के तहत ‘मेहंदी जिहाद’ चला रहे हैं और इसके जरिए ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा दिया जा रहा है।

लाठियों का पूजन और धमकी भरे नारे

कहानी की शुरुआत नगर स्थित क्रांति सेना कार्यालय से होती है। यहां आयोजित मेहंदी शिविर में सैकड़ों महिलाओं ने अपने हाथों पर मेहंदी लगवाई। उसी दौरान महिला मोर्चा कार्यकर्ताओं ने लाठियों का पूजन किया और मंच से ऐलान किया कि वे बाजारों में दुकानों का दौरा कर लड़कियों के हाथों में मेहंदी लगाने वाले युवकों का आधार कार्ड चेक करेंगी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई गैर समुदाय का युवक पकड़ा गया तो उसे “अपने स्टाइल” में लाठियों से सबक सिखाया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि इस अभियान की जानकारी पहले स्थानीय पुलिस को दी जाएगी।

नाटकीय और विरोधाभासी दृश्य

इस दौरान कैमरों में कैद हुए दृश्य में देखा गया कि महिलाएं हाथों में लाठी उठाकर नारे लगा रही थीं, जबकि दूसरी ओर युवतियां महिलाओं के हाथों पर मेहंदी लगाती दिख रही थीं।
यह सब विचित्र विरोधाभास समाज में त्योहारों की पवित्रता और राजनीति के बीच की खाई को उजागर करता है।

पूरे मुजफ्फरनगर में अभियान जारी

क्रांति सेना का यह अभियान पूरे मुजफ्फरनगर में फैलने वाला है। महिला कार्यकर्ता अलग-अलग बाजारों में जाकर दुकानों की जांच करेंगी। उनका कहना है कि यह कदम हिंदू समाज की बहन-बेटियों की सुरक्षा और संस्कृति की रक्षा के लिए उठाया जा रहा है।

लेकिन सवाल यही है: क्या करवा चौथ जैसी खुशी के मौके पर ‘लव जिहाद’ और लाठियों की धमकी का कोई स्थान होना चाहिए? यह पूरा घटनाक्रम यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हमारे समाज में त्योहारों की पवित्रता सुरक्षित है, या फिर वे भी कट्टरता और राजनीति की भेंट चढ़ते जा रहे हैं।

Related Story

Trending Topics

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!