Edited By Mehak,Updated: 09 Dec, 2025 04:38 PM

जया किशोरी, जो मोटिवेशनल स्पीकर और कथावाचक हैं, हाल ही में कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की मेहंदी सेरेमनी में शामिल हुईं। सोशल मीडिया पर उनकी मेहंदी लगवाती तस्वीर वायरल हो गई थी, जिसे देखकर कुछ लोग समझ बैठे कि यह उनकी खुद की शादी है। तस्वीर में जया ने...
नेशनल डेस्क : जया किशोरी एक प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और कथावाचक हैं, जो अपने वीडियोस के जरिए सोशल मीडिया पर भी खूब लोकप्रिय हैं। सोशल मीडिया पर हाल ही में जया किशोरी की एक तस्वीर तेजी से वायरल हुई, जिसमें वह मेहंदी लगवाती नजर आ रही हैं। फोटो देखते ही कई लोगों ने यह मान लिया कि शायद जया किशोरी की शादी हो रही है। हालांकि यह अनुमान बिल्कुल गलत साबित हुआ। यह मेहंदी समारोह जरूर था, लेकिन किसी और का और जया किशोरी सिर्फ गेस्ट के तौर पर शामिल हुई थीं।
किसकी मेहंदी में पहुंचीं थीं जया किशोरी?
यह तस्वीर कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की मेहंदी सेरेमनी की है। वे प्रसिद्ध कथावाचक कृष्णचंद शास्त्री ठाकुर के बेटे हैं। इस समारोह में कई अतिथि पहुंचे थे, जिनमें जया किशोरी भी शामिल थीं। उन्होंने भी मेहंदी लगवाई, जिसकी तस्वीर अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है।
जया किशोरी की मेहंदी डिजाइन क्यों बनी चर्चा का विषय?
फोटो में देखा जा सकता है कि मेहंदी आर्टिस्ट जया किशोरी की हथेली के मध्य में एक खूबसूरत गोल फूल जैसा डिजाइन बना रही हैं। यह डिजाइन मंडला पैटर्न पर आधारित है, जिसमें बीच में छोटा सा सर्कल और उसके चारों ओर पंखुड़ियों जैसी बारीक आकृतियां बनाई गई हैं। हल्की अरबीक स्टाइल की रेखाएं और छोटे-छोटे डॉट्स इस मेहंदी को बेहद सरल, सुघड़ और आकर्षक बनाते हैं।
गुलाबी सूट में दिखीं बेहद सुरुचिपूर्ण
जया किशोरी ने चमकीले रानी पिंक यानी फ्यूशिया पिंक रंग का सूट पहन रखा था, जो तस्वीर में खासा ध्यान खींच रहा था। उनका आउटफिट हल्के सिल्क-जॉर्जेट जैसे फैब्रिक का लग रहा था, जिसकी नरम और फ्लोई बनावट पूरे लुक को एलिगेंट बना रही थी। कुर्ती पर तिरछी दिशाओं में किया गया सिल्वर धागों का काम इसे मॉडर्न और स्लीमिंग लुक देता है। इसी डिजाइन वाले दुपट्टे की हल्की चमक उनके पहनावे में त्योहार जैसा लेकिन सादा सौंदर्य जोड़ रही थी।
कब हुई इंद्रेश उपाध्याय की शादी?
प्रसिद्ध कथावाचक कृष्णचंद शास्त्री ठाकुर के पुत्र, कथा वाचक इंद्रेश उपाध्याय का विवाह 5 दिसंबर को जयपुर में हरियाणा के यमुनानगर की शिप्रा शर्मा से संपन्न हुआ। दिन में वैदिक विधि से विवाह संस्कार पूरे किए गए, जिसमें बड़ी संख्या में पंडितों ने सहभागिता की। फेरे और बाकी रस्में दिन में हुईं, जबकि शाम को दोनों ने जयमाला की रस्म निभाई।
दुल्हन शिप्रा पारंपरिक दुल्हन के परिधान में समारोह स्थल पर पहुंचीं, वहीं इंद्रेश उपाध्याय ने भी चांदी की छड़ी के साथ मंच पर आगमन किया। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और हाथ जोड़कर उपस्थित संतों व मेहमानों का स्वागत किया।