Edited By Parveen Kumar,Updated: 07 Dec, 2025 07:12 PM

अमेरिका में रहने वाले डॉ. दलवीर सिंह पन्नू ने आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी से मुलाकात की और उन्हें जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में अपनी किताब ‘गुरमुखी अदब का खजाना’ भेंट की। इस किताब में डॉ. दलवीर सिंह...
नेशनल डेस्क (रघुनंदन पराशर): अमेरिका में रहने वाले डॉ. दलवीर सिंह पन्नू ने आज शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी से मुलाकात की और उन्हें जानी-मानी हस्तियों की मौजूदगी में अपनी किताब ‘गुरमुखी अदब का खजाना’ भेंट की। इस किताब में डॉ. दलवीर सिंह पन्नू द्वारा पाकिस्तान के लाहौर में पंजाब पब्लिक लाइब्रेरी में रखे सिख इतिहास से जुड़े कीमती खजाने के बारे में पूरी जानकारी है।
इस मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने डॉ. दलवीर सिंह पन्नू की इस पहल की तारीफ की और कहा कि यह काम सिख इतिहास के रिसर्चर्स के लिए फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा कि डॉ. पन्नू ने पब्लिक लाइब्रेरी लाहौर द्वारा सिख इतिहास के कीमती खजाने को संभालकर रखने और इसका डेटाबेस तैयार करके संगत को इस खजाने से परिचित कराने की कोशिशों की तारीफ की।
एडवोकेट धामी ने कहा कि उनकी रिसर्च के अनुसार, पंजाब पब्लिक लाइब्रेरी लाहौर में सिख साकों की जानकारी बताने वाले अखबार भी शामिल हैं, जिनमें बताया गया है कि हमारे पूर्वजों ने गुरुद्वारा साहिबों का मैनेजमेंट महंतों से पंथिक हाथों में लेने के लिए अपनी प्रॉपर्टी बेच दी थी, जो गुरु और गुरु घरों के प्रति सिखों का समर्पण था। डॉ. पन्नू की कोशिशें नए सिख स्कॉलर्स के लिए प्रेरणा हैं।
इस मौके पर बोलते हुए, डॉ. दलवीर सिंह पन्नू ने कहा कि दुनिया की चौरानबे लाइब्रेरीज़ का दौरा करने के दौरान, उन्हें पंजाब पब्लिक लाइब्रेरी लाहौर में सिख इतिहास से जुड़ा कीमती खज़ाना मिला, जिसे उन्होंने संगत और रिसर्चर्स को बताने की कोशिश की है। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रेसिडेंट एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी का खास तौर पर धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने समय-समय पर बहुत मदद की है।
इस मौके पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष डॉ. चेतन सिंह के अलावा,ओएसडी सतबीर सिंह, सेक्रेटरी प्रताप सिंह, बलविंदर सिंह काहलवां, डिप्टी सेक्रेटरी हरभजन सिंह वक्ता, जनरल मैनेजर भगवंत सिंह धंगेडा, भाई सतपाल सिंह कोहली यूएसए, पूर्व सेक्रेटरी वरयाम सिंह और जगजीत सिंह जग्गी, मैनेजर जसपाल सिंह ढड्डे, एडिशनल मैनेजर गुरविंदर सिंह देवीदासपुर, इन्फॉर्मेशन ऑफिसर अमृतपाल सिंह, जतिंदर सिंह और दूसरे लोग मौजूद थे।