Edited By Shubham Anand,Updated: 15 Jul, 2025 04:28 PM

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एजेंसी ने इस मामले में चार ठिकानों पर छापेमारी कर 3.3 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी, लग्जरी घड़ियां, आभूषण, विदेशी मुद्रा...
नेशनल डेस्क : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। एजेंसी ने इस मामले में चार ठिकानों पर छापेमारी कर 3.3 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी, लग्जरी घड़ियां, आभूषण, विदेशी मुद्रा और महंगी कारें जब्त की हैं। इस दौरान नकदी गिनने वाली मशीनें भी बरामद हुई हैं, जो इस सट्टेबाजी रैकेट के बड़े पैमाने का संकेत देती हैं।
क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई इंदौर के लसूड़िया पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR नंबर 0041/2025 के आधार पर की है। यह FIR भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 319(2) और 318(4) के तहत दर्ज की गई थी, जिसके आधार पर पीएमएलए (PMLA) की जांच शुरू की गई। अब तक की जांच में ED ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं:
जांच के घेरे में कई डब्बा ट्रेडिंग और सट्टेबाजी ऐप्स हैं, जिनमें VMoney, VM Trading, Standard Trades Ltd., iBull Capital, LotusBook, 11Starss और GameBet League शामिल हैं।
ये ऐप्स व्हाइट-लेबल सॉफ्टवेयर के जरिए संचालित किए जा रहे थे, जिनमें प्रॉफिट शेयरिंग के आधार पर एडमिन अधिकारों का आदान-प्रदान किया गया।
ED ने हवाला ऑपरेटर्स और फंड मैनेजर्स की पहचान कर ली है और उनके डिजिटल व वित्तीय रिकॉर्ड की जांच जारी है।
अब तक की बरामदगी:
मुंबई में चार ठिकानों पर छापेमारी के दौरान ED को ये चीजे मिली
₹3.3 करोड़ की बेहिसाबी नकदी
हाई-वैल्यू लग्जरी घड़ियां और आभूषण
विदेशी मुद्रा
महंगी लग्जरी गाड़ियां
ED की जांच में क्या क्या खुलासे हुए?
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की चल रही जांच में डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है। जांच में पता चला है कि VMoney और 11Starss के लाभार्थी मालिक विशाल अग्निहोत्री ने LotusBook सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के एडमिन अधिकार 5% प्रॉफिट शेयरिंग के आधार पर प्राप्त किए थे। बाद में उन्होंने ये अधिकार धवल देवराज जैन को ट्रांसफर कर दिए, जिसके बाद अग्निहोत्री को 0.125% लाभ मिलना जारी रहा, जबकि जैन को 4.875% मुनाफा मिलने लगा। इसके बाद धवल जैन ने अपने सहयोगी जॉन स्टेट्स उर्फ पांडे के साथ मिलकर एक व्हाइट-लेबल सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म विकसित किया, जिसे बाद में 11Starss.in को ऑपरेट करने के लिए विशाल अग्निहोत्री को उपलब्ध कराया गया। इस नेटवर्क में हवाला ऑपरेटर मयूर पाड्या उर्फ पाड्या की भूमिका भी सामने आई है। वह सट्टेबाजी के संचालन के लिए नकद-आधारित मनी ट्रांसफर और भुगतान की जिम्मेदारी निभा रहा था। इस पूरे सट्टेबाजी मॉडल में डिजिटल तकनीक, प्रॉफिट शेयरिंग, व्हाइट-लेबलिंग और हवाला ट्रांजैक्शन के जरिए अवैध कमाई का एक जटिल तंत्र स्थापित किया गया था, जिसकी अब ईडी गंभीरता से जांच कर रही है।