Edited By Parveen Kumar,Updated: 10 Dec, 2025 09:07 PM

देशभर के वेतनभोगी कर्मचारियों में लंबे समय से नए लेबर कोड को लेकर एक बड़ी दहशत बैठी हुई थी- क्या टेक-होम सैलरी कम हो जाएगी? क्या पीएफ ज्यादा कटेगा? लेकिन श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताज़ा इलस्ट्रेशन ने सारी चिंताओं को उलट दिया है। अब...
नेशनल डेस्क: देशभर के वेतनभोगी कर्मचारियों में लंबे समय से नए लेबर कोड को लेकर एक बड़ी दहशत बैठी हुई थी—क्या टेक-होम सैलरी कम हो जाएगी? क्या पीएफ ज्यादा कटेगा? लेकिन श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी किए गए ताज़ा इलस्ट्रेशन ने सारी चिंताओं को उलट दिया है। अब तस्वीर पहले से कहीं साफ है।
नए वेज कोड की उलझन- असल पेंच कहां है?
नए नियमों के मुताबिक, किसी भी कर्मचारी की बेसिक सैलरी उसके CTC का कम से कम 50% होनी चाहिए। अभी कई कंपनियां बेसिक कम और भत्ते (Allowances) ज्यादा रखती हैं। जैसे- कुल सैलरी: 60,000 रुपये
पुराना स्ट्रक्चर:
बेसिक: 20,000
भत्ते: 40,000
लेकिन नए नियम में भत्ते कुल CTC के 50% से ज्यादा नहीं हो सकते। इसलिए भत्तों के 40,000 रुपये में से 10,000 रुपये बेसिक में जोड़ दिए जाएंगे। यानी वैधानिक गणना के लिए नई बेसिक सैलरी मानी जाएगी: 30,000 रुपये।
तो क्या अब ज्यादा PF कटेगा? जवाब- नहीं!
यहां आता है कर्मचारियों के लिए सबसे बड़ा राहत वाला मोड़। सरकार ने साफ कहा है कि PF की गणना वैधानिक वेतन सीमा 15,000 रुपये पर ही की जाती है। यानी-
- पहले 15,000 पर PF कटता था = 1800 रुपये (12%)
- नए वेज कोड के बाद भी PF कटेगा = ठीक 1800 रुपये
आपकी टेक-होम सैलरी पहले 56,400 रुपये थी, और नए नियम के बाद भी 56,400 रुपये ही रहेगी।
यानी स्ट्रक्चर बदलेगा, जेब में आने वाली राशि नहीं।
PF ज्यादा कटवाना चाहते हैं? फैसला आपके हाथ में
मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि 15,000 रुपये की सीमा से ऊपर PF कटवाना पूरी तरह स्वैच्छिक है। न कंपनी बाध्य है, न कर्मचारी। यदि कर्मचारी और नियोक्ता दोनों चाहें तो ज्यादा वेतन पर PF योगदान किया जा सकता है- यह भविष्य में बड़ी बचत का साधन हो सकता है- but इसे अनिवार्य नहीं किया गया है।