Edited By Shubham Anand,Updated: 05 Aug, 2025 01:58 PM

जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को निधन हो गया। वह कई दिनों से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में इलाजरत थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। सत्यपाल मलिक के निजी सचिव केएस राणा ने...
नेशनल डेस्क : जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार, 5 अगस्त 2025 को निधन हो गया। वह कई दिनों से दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में इलाजरत थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। सत्यपाल मलिक के निजी सचिव केएस राणा ने उनके निधन की पुष्टि की है।
सत्यपाल मलिक के निधन की जानकारी उनके आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (पूर्व ट्विटर) पर भी साझा की गई। वे किडनी की गंभीर बीमारी से ग्रसित थे। राजनीतिक जीवन में सत्यपाल मलिक अपनी बेबाक राय के लिए जाने जाते थे और उन्होंने कृषि आंदोलन, भ्रष्टाचार तथा कई अन्य राष्ट्रीय मुद्दों पर खुलकर अपनी आवाज उठाई। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के समय सत्यपाल मलिक जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे। जब जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य से केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील किया गया था, तब वे केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल के रूप में कार्यरत थे।
सत्यपाल मलिक के निधन पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता केसी त्यागी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने बताया कि दोनों की राजनीतिक यात्रा एक साथ शुरू हुई थी और चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व वाले लोकदल में लंबे समय तक साथ रहे। बाद में वीपी सिंह की सरकार में वे दोनों सांसद भी थे। केसी त्यागी ने कहा कि सत्यपाल मलिक के निधन से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एक मजबूत आवाज खामोश हो गई है।
सत्यपाल मलिक का राजनीतिक सफर
सत्यपाल मलिक का जन्म 24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में हुआ था। उनका राजनीतिक करियर 1974 में शुरू हुआ, जब वे पहली बार विधानसभा सदस्य चुने गए। इसके बाद वे 1980 से 1986 और 1986 से 1989 तक राज्यसभा सदस्य रहे। उन्होंने जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के राज्यपाल के रूप में भी सेवाएं दीं।