Edited By Rohini Oberoi,Updated: 12 Dec, 2025 09:28 AM

गोवा के 'बिर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड (जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी) के बाद अब क्लब के मालिक लूथरा ब्रदर्स और उनके बाउंसर्स (Bouncers) की गुंडागर्दी की कहानियां सामने आ रही हैं। वैभवी नामक एक लड़की जो 6-7 नवंबर की रात को...
नेशनल डेस्क। गोवा के 'बिर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड (जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी) के बाद अब क्लब के मालिक लूथरा ब्रदर्स और उनके बाउंसर्स (Bouncers) की गुंडागर्दी की कहानियां सामने आ रही हैं। वैभवी नामक एक लड़की जो 6-7 नवंबर की रात को हादसे से पहले इस क्लब में गई थी ने मीडिया को लूथरा ब्रदर्स के बाउंसर्स की बदतमीजी और मारपीट की कहानी सुनाई है।
क्लब में घुटन और बदतमीजी
वैभवी ने बताया कि क्लब इस तरह से बना है कि वहां बहुत घुटन होती है। इसमें एक एंट्री गेट और एक एग्जिट गेट है जिसके कारण भीड़भाड़ में आना-जाना मुश्किल होता है। 1 नवंबर की अलसुबह लगभग 3 बजे जब वैभवी और उनके चचेरे भाई समेत 12 लोग क्लब से निकल रहे थे तो रास्ते में रखी एक कुर्सी को भाई ने पैर से किनारे कर दिया। यह देख मैनेजर ने हंगामा किया और कहा कि वे फर्नीचर को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उसने भाई का कॉलर पकड़ लिया और बदतमीजी से बात करने लगा।
पीछा किया और महिलाओं को पीटा
वैभवी ने बताया कि जब उन्होंने माफी मांगकर जाने की कोशिश की तो मैनेजर ने सुरक्षाकर्मियों और बाउंसरों को बुला लिया। बाउंसर्स ने उनका पीछा किया और मारपीट करने लगे। वैभवी के अनुसार बाउंसर्स ने उनकी बहन की छाती पर मुक्का मारा और उसे इतनी ज़ोर से धक्का दिया कि वह सीढ़ियों से नीचे लुढ़क गई।
बाउंसरों ने गंदी-गंदी गालियां और ऐसे अपशब्द इस्तेमाल किए जो उन्होंने पहले कभी नहीं सुने थे। बाउंसर्स ने एंट्री गेट पर बैरिकेड लगा दिए ताकि कोई बाहर न निकल पाए। जब भाई ने बैरिकेड हटाया तो एक बाउंसर रॉड लेकर दौड़ा और उसे बुरी तरह पीटा।
पुलिस ने FIR से हटाए मालिक के नाम
वैभवी ने कहा कि बुरी तरह घायल होने के कारण वे तुरंत नहीं बल्कि अगली सुबह अंजुना पुलिस स्टेशन गईं और काफी मशक्कत के बाद FIR दर्ज करा पाईं। वैभवी ने शिकायत में दोनों मालिकों (लूथरा ब्रदर्स) के नाम शामिल किए थे लेकिन पुलिस ने बाद में यह कहते हुए उन्हें हटा दिया कि घटना के समय वे शारीरिक रूप से मौजूद नहीं थे इसलिए उनकी कोई गलती नहीं है।
वैभवी ने अफसोस जताते हुए कहा कि अगर महिलाओं और पर्यटकों की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया जाता तो ऐसी घटनाएं गोवा में होती रहेंगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए अग्निकांड के बारे में जानकर उन्हें दुख नहीं बल्कि आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि वह बिल्डिंग पहले से ही खतरनाक थी।