Edited By Anu Malhotra,Updated: 26 Nov, 2025 08:18 PM

आजकल सुरक्षित और लंबी अवधि का रिटर्न देने वाला निवेश हर किसी की प्राथमिकता बन गया है। शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड या एफडी की बजाय कई लोग सोने में निवेश करना चुनते हैं, क्योंकि सोना लंबे समय में अपनी वैल्यू बनाए रखने और बढ़ने की संभावना के लिए जाना...
नेशनल डेस्क: आजकल सुरक्षित और लंबी अवधि का रिटर्न देने वाला निवेश हर किसी की प्राथमिकता बन गया है। शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड या एफडी की बजाय कई लोग सोने में निवेश करना चुनते हैं, क्योंकि सोना लंबे समय में अपनी वैल्यू बनाए रखने और बढ़ने की संभावना के लिए जाना जाता है। इसे एक तरह से सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश का साधन माना जाता है।
अगर आप जनवरी 2026 से हर महीने 10 हजार रुपये गोल्ड में निवेश करने का प्लान कर रहे हैं, तो यह निवेश मॉडल बिलकुल गोल्ड SIP की तरह काम करेगा। इसका मतलब है कि जब सोने की कीमतें कम होंगी, तो आपका 10 हजार रुपये ज्यादा ग्राम में सोना खरीदेंगे, और जब कीमतें बढ़ेंगी, तो थोड़ी मात्रा में। इस तरह औसत कीमत पर सोना खरीदते हुए आपका पोर्टफोलियो धीरे-धीरे बढ़ता रहेगा।
निवेश की कुल राशि और संभावित रिटर्न
मान लीजिए आप 2026 से 2029 तक यानी 48 महीने लगातार हर महीने 10 हजार रुपये गोल्ड खरीदते हैं। इस हिसाब से आपका कुल निवेश 4.8 लाख रुपये होगा। लेकिन सोने की कीमत हमेशा स्थिर नहीं रहती। पिछले वर्षों के ट्रेंड के आधार पर सालाना 8% से 11% की एवरेज बढ़त देखने को मिल सकती है।
यदि यही रफ्तार जारी रही, तो 2030 तक आपका 4.8 लाख रुपये का निवेश लगभग 6.5 लाख से 7.2 लाख रुपये तक पहुंच सकता है। यह रिटर्न निवेश के एवरेज रेट पर आधारित है। यानी जितना समय तक आप लगातार निवेश करेंगे और जितनी सावधानी से बाजार की उतार-चढ़ाव का फायदा उठाएंगे, आपका रिटर्न उतना ही बेहतर होगा।
गोल्ड SIP के फायदे
उतार-चढ़ाव का असर कम होता है।
लंबी अवधि में पोर्टफोलियो स्थिर रहता है।
छोटे-छोटे निवेश से भी बड़े रिटर्न की संभावना।
गोल्ड में मासिक निवेश करके आप न सिर्फ अपने भविष्य के लिए सुरक्षित पूंजी तैयार कर सकते हैं, बल्कि मार्केट के उतार-चढ़ाव का फायदा उठाते हुए निवेश को भी बेहतर बना सकते हैं।