Edited By Rohini Oberoi,Updated: 30 Dec, 2025 09:29 AM

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) ने साल 2026 की शुरुआत अपने पायलटों के लिए बेहद शानदार बना दी है। कंपनी ने पायलटों के विभिन्न भत्तों (Allowances) में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया है जिससे उनकी टेक-होम सैलरी में बड़ा उछाल आएगा। सैलरी का यह...
IndiGo New Year Gift : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो (IndiGo) ने साल 2026 की शुरुआत अपने पायलटों के लिए बेहद शानदार बना दी है। कंपनी ने पायलटों के विभिन्न भत्तों (Allowances) में भारी बढ़ोतरी का ऐलान किया है जिससे उनकी टेक-होम सैलरी में बड़ा उछाल आएगा। सैलरी का यह नया ढांचा 1 जनवरी 2026 से प्रभावी हो जाएगा। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब विमानन क्षेत्र पायलटों की कमी और नए उड़ान ड्यूटी समय-सीमा (FDTL) नियमों के कारण उड़ानों के रद्दीकरण से जूझ रहा है।

भत्तों में कितनी हुई बढ़ोतरी? (नया सैलरी स्ट्रक्चर)
इंडिगो ने डोमेस्टिक लेऑवर से लेकर नाइट ड्यूटी तक के भत्तों में सुधार किया है। मुख्य बदलाव नीचे दिए गए हैं:
1. डोमेस्टिक लेऑवर अलाउंस (24 घंटे तक):
-
कैप्टन: ₹2,000 से बढ़ाकर ₹3,000 (प्रति घंटा)
-
फर्स्ट ऑफिसर: ₹1,000 से बढ़ाकर ₹1,500 (प्रति घंटा) (24 घंटे से अधिक होने पर कैप्टन को ₹150 और फर्स्ट ऑफिसर को ₹75 प्रति घंटा अतिरिक्त मिलेंगे।)
2. नाइट ड्यूटी और ट्रांजिट अलाउंस:
-
नाइट ड्यूटी (शाम 6 से सुबह 6 बजे): कैप्टन को ₹2,000 और फर्स्ट ऑफिसर को ₹1,000 मिलेंगे।
-
ट्रांजिट अलाउंस (90 मिनट से ज्यादा): कैप्टन को ₹1,000 और फर्स्ट ऑफिसर को ₹500 प्रति घंटा मिलेंगे।
3. अन्य विशेष भत्ते:
-
डेडहेड अलाउंस: कैप्टन को ₹4,000 और फर्स्ट ऑफिसर को ₹2,000 प्रति शेड्यूल्ड ब्लॉक ऑवर।
-
टेल-स्वैप (Tail-Swap): कैप्टन को ₹1,500 और फर्स्ट ऑफिसर को ₹750 प्रति स्वैप।

ऑपरेशनल संकट सुधारने का दावा
सैलरी बढ़ाने के साथ-साथ इंडिगो ने यात्रियों को भी बड़ी राहत की खबर दी है। कंपनी का दावा है कि फरवरी 2026 तक फ्लाइट ऑपरेशन्स पूरी तरह स्थिर हो जाएंगे। नेटवर्क की समस्याओं और पायलटों की कमी के कारण जो उड़ानें रद्द हो रही थीं उन पर लगाम लगेगी। पायलटों को प्रोत्साहित करने से ड्यूटी के प्रति उनकी सक्रियता बढ़ेगी जिससे यात्रियों को समय पर उड़ानें मिल सकेंगी।
क्यों लिया गया यह फैसला?
विशेषज्ञों का मानना है कि नए FDTL नियमों (जो पायलटों के आराम और थकान को मैनेज करते हैं) के कारण एयरलाइंस पर दबाव बढ़ गया था। इंडिगो ने अपने टैलेंट को रोके रखने और पायलटों की कमी को दूर करने के लिए आर्थिक प्रोत्साहन का रास्ता चुना है। बढ़ी हुई सैलरी का भुगतान फरवरी 2026 से सिस्टम में अपडेट होकर मिलना शुरू हो जाएगा।