Edited By Anu Malhotra,Updated: 13 Oct, 2025 10:38 AM

डिजिटल पेमेंट यूज़र के लिए आने वाला है एक ऐसा बदलाव, जो उनकी लॉगिन‑झंझट को मिटा सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही एक नियम लागू करने जा रहा है, जिसके तहत आप किसी भी एक upi app पर लॉगिन करके पूरे देश में किए गए अपने UPI...
नेशनल डेस्क: डिजिटल पेमेंट यूज़र के लिए आने वाला है एक ऐसा बदलाव, जो उनकी लॉगिन‑झंझट को मिटा सकता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जल्द ही एक नियम लागू करने जा रहा है, जिसके तहत आप किसी भी एक upi app पर लॉगिन करके पूरे देश में किए गए अपने UPI ट्रांजैक्शन और ऑटो पेमेंट्स (मैंडेट्स) एक ही जगह देख सकेंगे — चाहे उन्होंने वो किसी दूसरे ऐप पर सेट किए हों। यह व्यवस्था 31 दिसंबर 2025 तक पूरी तरह लागू करनी होगी।
नया क्या होगा?
आज तक अगर आपने Google Pay पर एक मैनेडेट एक्टिव किया हो और PhonePe या Paytm पर अन्य ट्रांजैक्शन हों, तो हर ऐप में अलग‑अलग लॉगिन करना पड़ता था। लेकिन इस नए नियम के बाद, चाहे आपने किसी भी ऐप पर ऑटो पेमेंट सेट किए हों — सभी मैंडेट्स एक ही ऐप में दिखेंगे और आप उन्हें वहीं से मैनेज कर पाएँगे।
मैंडेट पोर्ट करना अब आसान
इसके अलावा, NPCI एक सुविधा ला रहा है जिससे यूजर एक ऐप से दूसरे ऐप पर अपने मैंडेट्स ट्रांसफर (पोर्ट) कर सकेंगे। जैसे आप Netflix या बिजली बिल का ऑटो पेमेंट Google Pay पर सेट कर चुके हों, तो आप उसे बस कुछ क्लिक में ही PhonePe या Paytm में ले जा सकते हैं।
सुरक्षा की नई परत
NPCI ने बताया है कि इस बदलाव में बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन और फेस आइडी जैसी सुरक्षा सुविधाएँ भी शामिल होंगी। इससे यूज़र की पर्सनल जानकारी और ट्रांजैक्शन और भी सुरक्षित होंगे।
यूज़र को क्या लाभ होगा?
-एक ही ऐप से पूरे यूपीआई लेन‑देन की निगरानी
-ऑटो पेमेंट्स को ट्रैक, एडिट या रद्द करना आसान
-ऐप बदलते समय लेन‑देन पूरी तरह पोर्ट किया जा सकता है
-सुरक्षित और सहज अनुभव