Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Sep, 2025 01:13 PM

दुबई में भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank को बड़ा झटका लगा है। दुबई फाइनेंशियल सर्विसेज अथॉरिटी (DFSA) ने बैंक की DIFC (Dubai International Financial Centre) शाखा पर सख्त पाबंदियां लगा दी हैं। अब यह शाखा न तो नए ग्राहकों को जोड़ सकेगी, न ही...
नेशनल डेस्क: दुबई में भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC Bank को बड़ा झटका लगा है। दुबई फाइनेंशियल सर्विसेज अथॉरिटी (DFSA) ने बैंक की DIFC (Dubai International Financial Centre) शाखा पर सख्त पाबंदियां लगा दी हैं। अब यह शाखा न तो नए ग्राहकों को जोड़ सकेगी, न ही उन्हें किसी भी तरह की वित्तीय सेवाएं दे पाएगी। DFSA का ये आदेश बैंक की कुछ गतिविधियों को लेकर जताई गई चिंताओं के चलते आया है, जिसने बैंक की अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
दरअसल,HDFC बैंक को UAE के दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर (DIFC) में Regulatory समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए दुबई फाइनेंशियल सर्विसेज अथॉरिटी (DFSA) ने बैंक की DIFC शाखा को नए ग्राहकों को सेवाएं देने, उनसे संपर्क करने और उनसे संबंधित वित्तीय लेन‑देन के संचालन पर रोक लगा दी है। ये निर्देश तत्काल प्रभाव से लागू हैं और तब तक रहेंगे जब तक DFSA द्वारा लिखित में बदलाव या रद्द न हो जाए।
किस पर पाबंदी लगाई गई है?
DFSA के आदेश में शामिल हैं:
-नए ग्राहकों को वित्तीय सेवा देना
-उन्हें वित्तीय उत्पादों की सलाह देना
-निवेश सौदे कराना
-क्रेडिट या कस्टडी सेवाएं उपलब्ध कराना
-नए ग्राहकों की ओर से प्रचार‑प्रसार करना
-इन प्रतिबंधों का असर पुराने ग्राहकों पर नहीं होगा, यानी जो पहले से बैंक से जुड़े हैं, वे इन सेवाओं का लाभ लेते रहेंगे।
वजह और विवाद
DFSA को शाखा की Onboarding प्रक्रिया (नए ग्राहकों को जोड़ने की प्रक्रिया) में कुछ कमी या प्रक्रियागत विसंगतियां (procedural anomalies) मिली हैं। यह मामला Credit Suisse के AT1 (Additional Tier‑1) बॉन्ड की विवादित बिक्री से जुड़ा है, जिसमें आरोप हैं कि HDFC बैंक ने UAE ऑपरेशंस के जरिए यह उत्पाद ग्राहकों को इस तरह पेश किया कि उन्हें पूरी तरह समझ नहीं आया। शिकायतों में यह शामिल है कि निवेश सलाह देते समय ग्राहकों को सही तरीके से पेशेवर / गैर‑पेशेवर ग्राहक श्रेणी में नहीं रखा गया या सूचना पूरी तरह नहीं दी गई।
शाखा की स्थिति और बैंक की प्रतिक्रिया
-23 सितंबर 2025 तक इस DIFC शाखा में कुल 1,489 ग्राहक दर्ज हैं, जिसमें संयुक्त खाताधारक भी शामिल हैं।
-बैंक ने कहा है कि यह शाखा उसके समग्र व्यापार या वित्तीय स्थिति के लिए किसी निर्णायक महत्व की नहीं है।
-HDFC ने पुष्टि की है कि वह DFSA द्वारा तय निर्देशों का पालन कर रहा है और जांच में पूरा सहयोग कर रहा है।
क्या समय सीमा है?
DFSA का आदेश लिखित में बदलाव या रद्द किए जाने तक लागू रहेगा। फिलहाल कोई निर्धारित तिथि नहीं मिली है कि यह स्थिति कब तक जारी रहेगी।