Edited By rajesh kumar,Updated: 30 Dec, 2022 02:00 PM

भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की बीएमडब्ल्यू कार शुक्रवार को तड़के एक्सीडेंट का शिकार हो गई, इस हादसे में उन्हें कई गंभीर चोटें आई हैं। पंत की कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकराई।
नेशनल डेस्क: भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की बीएमडब्ल्यू कार शुक्रवार को तड़के एक्सीडेंट का शिकार हो गई, इस हादसे में उन्हें कई गंभीर चोटें आई हैं। पंत की कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकराई। पच्चीस वर्ष के पंत रूड़की स्थित अपने घर जा रहे थे। जब पंत की गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ तो सबसे पहले उनका पास एक बस ड्राइवर सुशील कुमार पहुंचे थे। सुशील ने बताया मुझे नहीं पता था कि वह ऋषभ पंत है...मैंने जब देखा तो वह खून से लथपथ थे और उन्होंने मुझे खुद बताया कि वो क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं।
घटना के चश्मदीद से जानें, पूरा ब्यौरा
सुशील कुमार ने बताया कि, 'मैं हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर हूं। मैं हरिद्वार से आ रहा था। जैसे ही हम नारसन के पास पहुंचे तो मैंने देखा कि दिल्ली से तरफ से एक कार आई और डिवाइडर से टकरा गई। गाड़ी की स्पीड करीब 60-70 थी। टकराने के बाद गाड़ी हरिद्वार वाली लाइन पर आ गई। मैंने देखा कि अब बस भी टकरा जाएगी और हम किसी को भी नहीं बचा पाएंगे। ऐसे में मैंने जल्दी ही सर्विस लाइन से हटाकर गाड़ी फर्स्ट लाइन में डाल दी। वो कार सेंकड लाइन में निकल गई। मेरी गाड़ी 50-60 की स्पीड में थी। मैंने तुरंत ब्रेक लगाया और खिड़की साइड से कूदकर गया।'
मुझे लगा की वो बचेगा नहीं- बस ड्राइवर
बस ड्राइवर सुशील ने बताया, 'मैंने देखा उस आदमी (ऋषभ पंत) को देखा जो जमीन पर पड़ा हुआ था। मुझे लगा की वो बचेगा नहीं। कार से चिंगारियां निकल रही थी। गाड़ी के पास ही वो (पंत) पड़ा था। मैंने उसे उठाया और कार से थोड़ा दूर लेकर आया। मैंने उससे पूछा कोई और है गाड़ी में या नही। वो बोला मैं अकेल ही था। फिर उसने खुद ही बताया कि मैं ऋषभ पंत हूं। ड्राइवर ने कहा कि मैंने उसे साइड में खड़ा किया। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे. मैंने तुरंत अपनी चादर में उसे लपेट दिया।' उसने बताया कि उसके पैसे भी गिर गए हैं तो हमने आसपास पड़े उसके 7-8 हजार रुपये इकट्ठा किए और उसे दिए।
कंडक्टर ने एंबुलेंस को फोन किया
उसके बाद कंडक्टर ने एंबुलेंस को फोन किया। मैंने पुलिस औऱ नेशनल हाइवे को फोन किया। 20 मिनट के बाद एम्बुलेंस आ गई, हमने उसे बैठाकर अस्पताल भेज दिया। ऋषभ पंत खून से लथपथ था और लंगड़ाकर चल रहा था। हमने उसकी वीडियो नहीं बनाई। उसकी जान बचाना ही जरूरी समझा। हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने कहा, ‘‘पंत हरिद्वार जिले के मंगलोर में दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी कार सुबह साढे पांच बजे डिवाइडर से टकरा गई।' उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें रूड़की में सक्षम अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया है।'' ऋषभ पंत को सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं, लेकिन उनकी हालत स्थिर है। मैक्स हॉस्पिटल में उनकी मां भी पंत के साथ मौजूद है।